मुलताई- सरल सहज स्वभाव के धनी सेवानिवृत्ति सिंचाई विभाग के कर्मचारी रहे रामदयाल ओंमकार (ओमकार बाबूजी) की बुधवार को खरसाली चौराहे पर दुर्घटना मे मौत हो गई थी जिनका आज नगर के मोक्ष धाम में धार्मिक रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया गया।
उन्हें मुखाग्नि उनके बड़े पुत्र पत्रकार नवीन ओमकार ने दी उनके नवीन ओमकार और नितिन ओंमकार दो पुत्र हैं। उनके अंतिम संस्कार में नगर के अनेक गणमान्य नागरिक, राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता एवं अधिकारी कर्मचारियों ने भाग लिया।
अंतिम संस्कार में पहुंचे बड़ी संख्या में लोगों ने मोक्ष धाम परिसर में 2 मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की ।पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक कड़वे ने पंच लकड़ी के बाद ओमकार बाबूजी के जीवन और परिवार की जानकारी और अनुभव साझा किया उनका जन्म 1950 में हुआ था वह 74 वर्ष के थे और पूरी तरह से स्वस्थ थे।
क्षेत्र की अनेक सिंचाई परियोजनाओं में दिया उल्लेखनीय योगदान
रामदयाल ओंमकार जिन्हें संपूर्ण क्षेत्र ओमकार बाबूजी के नाम से जानता है ने सिंचाई विभाग में अपनी लंबी सेवाएं दी और इस दौरान उन्होंने क्षेत्र की अनेक सिंचाई परियोजनाओं में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई है । एसडीओ सीएल मरकाम एवं सेवानिवृत्ति उपयंत्री सी बी पाटेकर बताते हैं कि उन्होंने लंबे समय तक उनके साथ काम किया और चंदोरा सिंचाई परियोजना सहित मुलताई क्षेत्र की दर्जनों सिंचाई परियोजनाओं में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई और 2011-12 में सेवानिवृत हुए।
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