मुलताई- भोपाल नागपुर रेलवे लाइन पर मुलताई के ग्राम परमंडल रेलवे गेट के लिए बनाया गया अंडर ब्रिज पहली बारिश में ही जलमग्न हो गया है ।
जिससे परमंडल सर्रा, हेटी सहीत इस मार्ग से जुड़े 50 ग्रामों का आवागमन बाधित हो रहा है। अंडर ब्रिज में पानी भरा होने से सुबह से अनेक दुर्घटनाएं हो रही है जिससे ग्रामीणो मे भारी रोष है। ग्रामीणों को कहना है कि मध्य रेलवे द्वारा परमंडल अंडर ब्रिज का कार्य जिस ठेकेदार को दिया गया था उसने पहले अंडर ब्रिज का कार्य पूर्ण करना था उसके बाद रेलवे गेट को पूरी तरह से बंद करना था। ठेकेदार ने समय अवधि में कार्य पूर्ण बताने के लिए प्रमंडल रेलवे गेट को हमेशा के लिए बंद कर दिया गया और दूसरी ओर अंडर ब्रिज का कार्य अधूरा छोड़ दिया जिसका खामीयाजा इस रेलवे गेट से प्रभावित होने वाले 50 से अधिक ग्रामों के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
जब पिछले दिनों अंडर ब्रिज का कार्य पूरा किए बगैर ठेकेदार द्वारा रेलवे गेट हमेशा के लिए बंद किया जा रहा था ग्रामीणों ने इसका विरोध भी किया था किंतु रेलवे प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।कल हुई वर्षा के बाद इस अंडर ब्रिज में 4 फीट से अधिक पानी भर गया है जिस ठेकेदार द्वारा पानी की मोटर पंप से खाली करने का प्रयास किया जा रहा है जो अभी तक नहीं निकल सका है।
क्या कहते हैं ग्रामीण
जलमग्न हुए रेलवे अंडर ब्रिज की समस्या से जूझ रहे लोगों से हमने चर्चा की प्रमंडल निवासी गौरीत हारोडे बताते हैं कि बगैर अंडर ब्रिज का काम पूरा करें बगैर रेलवे गेट बंद कर दिया। वर्षा होने से पुलिया जलमग्न हो गई 50 ग्राम का संपर्क मुलताई से टूट गया। सुबह से दुर्घटना हो रही है 10 घंटे पूरी तरह से मार्ग बंद रहा ।जब थोड़ा पानी कम हुआ तो लोग इसमें से दो पहिया चार पहिया वाहन निकाल रहे हैं जिससे सुबह से 25 गाड़ियों इंजन में पानी भर जाने से खराब हो रहे हैं ।
परमंडल निवासी द्वारका बोरबन बताती है कि पलिया में कमर कमर पानी है महिलाएं इसमें गिर रही है ।रेलवे गेट बंद कर दिया है पहले फाटक खोलना चाहिए फिर अंडर कार्य पूरा करना चाहिए। कमलेश भादे, रमेश बोरबन, नारायण नरवरे ग्राम शर्रा , बंटी पवार बताते हैं कि क्षेत्र मे तेज बारिश के चलते अंडर ब्रिज में 4 फीट तक पानी भर गया है जिसे खाली करने के लिए रेलवे विभाग ने एक छोटा सा मोटर पंप लगा दिया है पानी जितना खाली करते हैं उतना ही फिर आ जा रहा है ऐसे में समस्या का समाधान होना संभव नहीं है।