मुलताई- पवित्र नगरी मुलताई जिले की सबसे महत्वपूर्ण एवं सबसे प्राचीन तहसील है किंतु इस क्षेत्र का दुर्भाग्य देखे मुलताई क्षेत्र संपूर्ण प्रदेश में चलने वाली योजनाओं का लाभ मिलने में भी छोटी-छोटी तहसीलों से पीछे है।
इसका उदाहरण है विद्यार्थियों को बेहतर और आधुनिक सुविधा के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के उद्देश्य से बनाई गई सीएम राइज योजना है। संपूर्ण प्रदेश में जहां सीएम राइज विद्यालय के आधुनिक शाला भवनों का निर्माण हो चुका है या पूर्ण होने की कगार पर है
वही मुलताई नगर के लिए 42 करोड रुपए की लागत से बनने वाले आधुनिक सीएम राइज विद्यालय भवन की अब तक नीव रखना तो दूर टेंडर प्रक्रिया तक पूर्ण हुई या नहीं हुई इसको लेकर भी कोई ठोस जानकारी नहीं है । जबकि जिले के बैतूल बाजार में सीएम राइज विद्यालय का शाला भवन लगभग पूर्णता की ओर है दिसंबर में नव निर्मित आधुनिक भवन विद्यालय के सपूरत कर दिया जाएगा। आमला का भी शाला भवन 50% बन चुका है। फिर बड़ा सवाल यही है कि मुलताई को लेकर ही यह सौतेला व्यवहार क्यों…
प्रदेश का पहला सीएम राइज भवन शाहजहांपुर जिले के गुलाना में बंद कर 5 जुलाई 2023 को उद्घाटन किया गया -फोटो सोशल मीडिया ।
दो साल बाद मिली प्रशासनिक स्वीकृति
मुलताई उत्कृष्ट विद्यालय का चयन सीएम राइज विद्यालय के लिए प्रदेश के अन्य 274 सीएम राइज विद्यालय के साथ ही हुआ था। किंतु प्रदेश में जहां पहला सीएम राइज आधुनिक भवन का कार्य शाहजहांपुर जिले के गुलाना में पूर्ण होकर 5 जुलाई 2023 आरंभ हो गया। बैतूल जिले के बैतूल बाजार , आमला में भी कार्य लगभग पूर्ण होने को है वही मुलताई भवन की शासकीय स्वीकृति ही दो साल बाद हुई है। 6 महापूर्व जब भवन के शासकीय स्वीकृति प्राप्त होने की जानकारी मिली तो यह माना जा रहा था कि अब शीघ्र भवन निर्माण हो सकेगा किंतु 6 माह में भी भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो सका।
इनका कहना
सीएम राइज विद्यालय के आधुनिक शाला भवन निर्माण की टेंडर प्रक्रिया लोकसभा चुनाव के पहले पुरी हो चुकी है और आचार संहिता समाप्ति के बाद कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
चंद्रशेखर देशमुख भाजपा विधायक मुलताई विधान सभा
टेंडर होने के संबंध में कोई विभागीय पत्र नहीं मिला है किंतु सीआईयु विभाग के एसडीओ ने चुनाव के 20 दिन पहले चर्चा में टेंडर होने की बात कही थी।
संदीप गणेशे प्रभारी प्राचार्य सीएम राइज विद्यालय मुलताई