मुलताई – कोलकाता मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना के विरोध में पवित्र नगरी के डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों ने 24 घंटे स्वास्थ्य सुविधाएं बंद रखकर रैली निकाली और विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान सरकारी और निजी अस्पताल के डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों ने सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर विरोध प्रदर्शन किया एवं एसडीएम को ज्ञापन सौप दोषियों पर कड़ी कार्रवाई कर ने की मांग की । इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आवाहन पर नगर के निजी एवं शासकीय सभी अस्पतालों के डॉक्टर एवं कर्मचारी सांकेतिक हड़ताल पर रहे इस दौरान निजी एवं शासकीय अस्पतालों की ओपीडी 24 घंटे के लिए बंद रही।
जिससे मरीजों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा हालांकि नगर के प्रमुख क्रिश मेमोरियल हॉस्पिटल ने इमरजेंसी सेवाएं प्रारंभ रखी थी। हड़ताल के संबंध में क्रिश मेमोरियल हॉस्पिटल के संचालक एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ अंकुश भार्गव ने बताया कि कोलकाता कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ जो अमानवीय घटना घटी है उसके विरोध में हमने इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर ओपीडी बंद रखी है जो सुबह रविवार 6:00 बजे तक के बंद रहेगी।
जो घटना घटी है वह डॉक्टर के साथ-साथ महिला सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। हम अपने विरोध प्रदर्शन के माध्यम से यह मांग करते हैं कि उक्त घटना के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो साथ ही ऐसी घटना आने वाले समय में ना हो इसके लिए ठोस कदम उठाया जाए। उल्लेखनीय की इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने राष्ट्रव्यापी आंदोलन का आह्वान किया है जिसमें कहा कि 24 घंटे के दौरान सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर सभी कामकाज बंद रहेंगे। आपको बता दें की 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ऑन ड्यूटी पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर का रेप और हत्या की गई थी। 14 अगस्त की देर रात इसी अस्पताल में हिंसा हुई। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकीलों ने CJI चंद्रचूड़ से एक्शन लेने की अपील की है।