दुग्ध संघ एमडी से चर्चा के सुलझा मामला
मुलताई- भोपाल दुग्ध संघ मिल्क पाउडर प्लांट खराबी का हवाला देते हुए तीन दिनों के लिए समिति के माध्यम से किसानों के दूध की खरीदी बंद करने के आदेश जारी किए गए थे।
जिसके चलते मुलताई शीत केंद्र से जुड़े 151 दुग्ध समितियों के 9687 दूध प्रदायक सदस्यो के सामने समस्या खड़ी हो गई थी। सैकड़ो किसानों का प्रतिदिन लाखों लीटर दूध प्रतिदिन बचने से लाखों रुपए का नुकसान हो रहा था। जिसको देखते हुए सभी दूध प्रदायको ने जिला पंचायत अध्यक्ष राजा पवार से हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई।

उन्होंने भोपाल दुग्ध संघ के एमडी से चर्चा कर यथावत दूध प्रदाय चालू रखना के लिए आदेश जारी करवा कर तीन दिनों के लिए दूध प्रधान बंद करने के आदेश निरस्त करवाएं। जिस पर दुग्ध संघ के सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष राजा पवार के गृह कार्यालय पहुंचकर उनका आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से दीवान सिंह सिसोदिया, लखनलाल पाठेकर, सोनराज सूर्यवंशी, दयाल पवार, दिनेश नरवरे, सुरेंद्र बुआड़े, सुरेश साहू, बसंत रघुवंशी, शेषराव, कृष्णा दरवई, घनश्याम बारस्कर, पूर्व अध्यक्ष भोपाल दुग्ध संघ प्रकाश डोंगरदिए, इंद्रजीत पवार, मनीष हिग्वे, श्याम गढेकर, देवजी पवार, दिलीप हजारे एवं अन्य दुग्ध संघ सचिव उपस्थित रहे।

दूध प्रदायकों ने बताया कि मुलताई दुग्ध शीत केंद्र में 151 समितियो के 9687 दूध प्रदायको द्वारा दूध प्रदाय किया जाता है। यदि 3 दिन दूध प्रदाय बंद रहता तो 81000 लीटर दूध प्रदाय नहीं हो पाता। जिससे दूध उत्पादक किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता। जिला पंचायत अध्यक्ष राजा पवार के हस्तक्षेप के चलते किसानों का लाखों रुपए का नुकसान होने से बच गया। जिस पर उन्होंने उनका आभार व्यक्त किया।