मुलताई- नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नसबंदी करने वाले डॉक्टर शाम 5 बजे पहुंचे जबकि ग्रामीण क्षेत्र से महिलाएं सुबह से ही नसबंदी शिविर के लिए मुलताई स्वास्थ्य केंद्र परिसर में आ गई थी।
डॉक्टर नहीं होने के कारण उन्हें और उनके परिजनों को शाम तक इंतजार करना पड़ा जानकार बताते हैं कि यह पहला अवसर नहीं है जब शिविरों में आने वाली महिलाओं को डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा अनेकों बार इंतजार करते-करते महिलाएं वापस घर चली जाती हैं।

मुलताई ब्लॉक से 31 महिलाओं ने ऑपरेशन हेतु पंजीयन कराया था, जिसमें से 30 महिलाएं ऑपरेशन कराने हेतु गुरुवार सुबह से अस्पताल पहुंची थी, लेकिन देर शाम 5 बजे तक डॉक्टर के ना आने के कारण महिला परेशान होते हुए दिखाई दी। दिनभर बारिश का दौर होने और अस्पताल में महिलाओं के बैठने की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण महिलाओं के साथ आए छोटे-छोटे बच्चे और परिजन परेशान होते दिखाई दिए।

शाम 5 बजे सर्जन रिटायर्ड डॉक्टर रमेश बडवे मुलताई अस्पताल पहुंचे, तब ऑपरेशन कराए जा सके। बीईई चंद्रकला डोंगरे ने बताया कि अस्पताल में गुरुवार एलटीटी शिविर का आयोजन किया गया था, जिसमें 31 महिलाओं ने पंजीयन कराए थे। जिनमें से 30 महिलाएं ऑपरेशन कराने हेतु अस्पताल पहुंची। ऑपरेशन करने हेतु कोई स्थाई डॉक्टर नहीं होने के कारण भोपाल निवासी रिटायर्ड डॉ रमेश बडवे को बुलाया गया था।

इनका कहना-
आज मुलताई पट्टन 2 जगह नसबंदी शिविर थे इसलिए डॉक्टर को मुलताई आने में देरी हो गई। वैसे भी सामान्यत: हितग्राही 11 बजे आते हैं और जांच और डॉक्यूमेंट स्कूटनी में 2 घंटे लग जाते हैं।
डॉ अभिनव शुक्ला, ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी मुलताई