अंडर ब्रिज का कार्य पूर्ण हुए बगैर गेट बंद किया जाना गलत
मुलताई- भोपाल से नागपुर रेलवे लाइन पर मुलताई के पास ग्राम परमड़ल पर स्थित मध्य रेलवे के गेट क्रमांक 264 को आज 18 मई से रेल विभाग ने स्थाई रूप से बंद कर दिया है।
जिसको लेकर ग्राम परमडल सहित अनेक ग्रामों के ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। जिसको लेकर ग्राम प्रमंडल के सरपंच उप सरपंच और ग्रामीणों ने अधूरे अंडर ब्रिज एवं रेलवे गेट पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों का आरोप है कि अभी अंडर ब्रिज का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है इसके बाद भी रेलवे विभाग ने रेलवे गेट हमेशा के लिए बंद कर दिया है। जिससे 60 से भी अधिक ग्रामों का आवागमन बाधित होगा। ग्रामीणों ने इस संबंध में रेलवे सेक्शन इंजीनियर को ज्ञापन सौंप कर कहा की पहले अंडर ब्रिज के अधूरे कार्य को पूर्ण करे उसके बाद ही रेलवे गेट हमेशा के लिए बंद करे । परमंडल के सरपंच इंद्रजीत ने बताया कि हमें आज 18 मई से गेट बंद होने की सूचना मिली थी हमने जब यहा आकर देखा तो अंडर ब्रिज का काम अधूरा है।
एप्रोच रोड का कार्य पूरा नहीं हो सका, बाउंड्री वॉल भी अधूरी है ,लाइटिंग व्यवस्था नहीं हुई है, अंडर ब्रिज में जल निकासी की व्यवस्था भी नहीं की गई है ऐसे में आनंद फानन में गेट को बंद किया जाना अनुचित है और अंडर ब्रिज निर्माण में भारी अनियमिता की गई है जिसकी जांच होनी चाहिए कंक्रीट में रेत के स्थान पर गिट्टी की बजरी मिलाई गई है। उपसरपंच गीता हारोड़े बताती है की सबसे बड़ी समस्या अप्रोच रूट की है और अंडर ब्रिज में जल निकासी की व्यवस्था नहीं है अगर भरी बरसात होती है और कोई दुर्घटना घटती है तो इसके लिए जवाबदार कौन होगा।
कच्चे रास्ते में फस जाएगे किसानों के वाहन-
रेलवे इंजीनियर को सौपे ज्ञापन में कहा गया है कि अंडर ब्रिज रेलवे के अधिकारियों ने एप्रोच रोड अधूरा छोड़ दिया है। भीमराव गडेकर के घर के बाजू से लगभग 100 फीट सीमेंट रोड का निर्माण नहीं किया गया है। बारिश में किसानों को खाद बीज सहित अन्य सामग्री लेकर इस मार्ग से गुजरना होगा जो की वर्षा काल में अत्यंत कठिन होगा। इस आवेदन में मांग की गई है कि नवनिर्मित अंडर ब्रिज का कार्य पूर्ण होने के बाद ही प्रमंडल गेट क्रमांक 264 को पूर्णता बंद किया जाए। ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में राजू बनखेड़े, तुलसीदास हारोड़े, अशोक हिगवे, मुरली गडेकर, नरेंद्र कोटवार ,अखिलेश सूर्यवंशी ,लक्ष्मण सिंह गुलबाके, शैलेंद्र सोलंकी, दिनेश गडेकर आदि।