जिला घोषित नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री का विरोध करेंगे अधिवक्ता
मुलताई- मुलताई को जिला बनाने की मांग को लेकर आज अधिवक्ता संघ ने नगर में रैली निकाल कर संपूर्ण नगर में विरोध प्रदर्शन किया, अधिवक्ताओं ने रैली के साथ नगर भ्रमण के दौरान चौक चौराहे पर अपने विचार भी रखें।
मध्य प्रदेश शासन पर मुलताई तहसील के साथ पक्षपात का आरोप लगाया और चेतावनी दी है कि अगर मुलताई को जिला नहीं बनाया जाता है तो अधिवक्ता मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का विरोध करेंगे।अधिवक्ता संघ अध्यक्ष सी एस चंदेल सहीत नगर के सभी वरिष्ठ अधिवक्ता एक जुट हो कर हाथों में मुलताई को जिला बनाओ एवं अधिवक्ता संघ के बैनर लिए न्यायालय परिसर से रैली के शक्ल में मुलताई को जिला बनाओ, अभी नहीं तो कभी नहीं, आश्वासन नहीं जिला चाहिए, जिला नहीं तो वोट नहीं नारे लगाते हुए।

नगर भ्रमण पर निकले और बस स्टैंड जय स्तंभ चौक, फवारा चौक, नाका नंबर एक होते हुए संपूर्ण नगर का भ्रमण करते हुए बस स्टैंड जिला बनाओ संघर्ष समिति द्वारा जारी धरना स्थल पहुंचे जहां मुख्य मार्ग पर अधिवक्ताओं ने उपस्थित जनों को संबोधित किया इसके उपरांत मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन तहसीलदार मुलताई को सौप मुलताई, मसोद, प्रभात पट्टन,आठनेर, बोरदेही को मिलाकर मुलताई को जिला बनाने की मांग की गई।

इस ज्ञापन में कहां है कि मूलताई तहसील को आईएसओ दर्जा प्राप्त है इसके स्थापना को लगभग 120 वर्ष हो चुके हैं। इसके बावजूद क्षेत्र वासियों को 140 से 150 किलोमीटर का सफर तय कर जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ता है । ज्ञापन में कहां गया है मुलताई को जिला नहीं बनाया जाता है तो हम सभी अधिवक्ता नागरिक सरकार के खिलाफ एक होकर मतदान करेंगे और जन आंदोलन भी किया जाएगा।

पहले पांढुरना को जिला बनाना मुलताई के साथ धोखा-
अधिवक्ता संघ अध्यक्ष सी एस चंदेल , समाजसेवी लोकेश गीदकर,टी के चौधरी, अधिवक्ता जीजी घोड़े, सुनील कुशवाहा आदि ने अपने विचार रखते हुए कहा कि आजादी से पहले मुलताई एक जिला रहा है किंतु उसके बाद इस क्षेत्र का अवमूल्य ही होता रहा ,हम तहसील हुए फिर कभी जिला नहीं बन सके जिससे हमारा विकास रुक गया, छोटे-छोटे कार्यों के लिए हमें बैतूल जाना पड़ता है। उद्योग के अवसर उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। अब यह अंतिम लड़ाई है जिसको सब लोगों को साथ आकर लड़नी चाहिए क्योंकि अभी नहीं तो कभी नहीं। जीजी घोड़े ने कहा कि पांढुरना जहां से कभी बीजेपी का सांसद नहीं चुना जाता जहां से कभी भाजपा के विधायक नहीं बनते ऐसे क्षेत्र को मुलताई से पहले जिला बनाया जाना मुलताई की जनता के साथ धोखा है।

ज्ञापन सपना वालों में अधिवक्ता विशाल कोडले, प्रवीण माने, अशोक परिहार, राजेश सबले, सरवन नागले, प्रमोद कोसे, विजय रघुवंशी, दिनेश सिमैया लोकेश यादव ,भावेश शिवहरे, हरीष शिवहरे, मीना अतुलकर, चैतराम वानखेडे, प्रकाश पवार ,सुभाष लोखंडे, सुनील बिहारिया आदि प्रमुख है।
11 सितंबर को रहेगा मुलताई बंद-
मुलताई जिला बनाने की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन कर रही मूलतबी को जिला बनाओ संघर्ष समिति के राजेंद्र रॉबिन परिहार, लोकेश यादव, राजेश कडूकर, ताकि उल हसन रिजवी में जानकारी देते हुए बताया कि संघर्ष समिति मुलताई को जिला बनाने के लिए चरणबद्ध आंदोलन चल रही है जिसके तहत हस्ताक्षर अभियान, क्रमिक भूख हड़ताल जारी है इसी क्रम को आगे बढ़ते हुए 11 सितंबर को संपूर्ण मुलताई क्षेत्र विरोध स्वरूप बंद किए जाने का निर्णय लिया है। इस दिन मुलताई सहित आसपास के सभी क्षेत्र के व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।