मुलताई- दूषित पेयजल के कारण नगर मे महामारी बनी उल्टी दस्त की बीमारी अब नियंत्रित होने लगी है। 1 सप्ताह पूर्व जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन आने वाले डायरिया पीड़ित मरीजों की संख्या जहां 60 से 70 होती थी वही आज 9 मार्च को उल्टी दस्त के मरीजों की संख्या 22 पाई गई है।
जिला कलेक्टर के आदेश पर प्रभावित वार्डो के हालात पर नजर रख रहे और पानी के नमूने संग्रहित कर रहे पीएचई एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने नगर पालिका के जल स्रोत का सैंपल और जल स्रोतों की जांच के बाद पत्रकारों को बताया कि अब नल में आने वाला पेयजल पीने योग्य है। फिर भी सतर्कता बरत ने हेतु नागरिक पानी को उबालकर या पीने के पानी में क्लोरीन टैबलेट में मिलाकर पानी का सेवन कर सकते हैं।
कार्यपालन यंत्री पीएचई मनोज बघेल ने बताया कि अच्छी बात यह है कि यहां डायरिया के मरीज में डायरिया बीमारी की तीव्रता अधिक नहीं देखी गई डायरिया के अधिक संख्या में मिल जरूर रहे थे किंतु जल्द ही ठीक होकर वापस भी हो रहे थे इसका मतलब यह है कि यहां लोगों की इम्यूनिटी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी है। उन्होंने कहा कि सभी संभावित जल स्रोतों के सैंपल लिए गए हैं जिसमें से कुछ की रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है और सोमवार तक सभी सैंपलों के नतीजे आ जाएंगे किंतु वर्तमान में हमारी टीम ने निरीक्षण में पाया है कि अब पहले की तुलना में स्थिति बेहतर है और नलों से आने वाला पानी पीने योग्य सुरक्षित है।

डॉ जगदीश गोरे ने की डायरिया मरीजों की जांच
जिला कलेक्टर के आदेश पर जिला स्वास्थ्य केंद्र से मुलताई स्थिति का जायजा लेने स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे चाइल्ड स्पेशलिस्ट जगदीश गोरे ने मुलताई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया एवं उल्टी दस्त से पीड़ित 22 मारीजो की जांच की उन्होंने डायरिया से पीड़ित बच्चों की भी जांच की साथ ही वह वार्डों में भी गए ।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर एक समस्या अनेक
मुलताई नगर में डायरिया महामारी बनता जा रहा है। बीते दो सप्ताह में हजारों डायरिया उल्टी दस्त के मरीज मिले हैं और इस बीमारी से लड़ने के लिए एकमात्र डॉक्टर उपलब्ध है। डॉक्टर पंचम गुरु जो सतत मरीजों की मॉनीटरिंग कर रहे हैं और दिन रात मरीज को अपनी सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं । इस संबंध में जिला स्वास्थ्य केंद्र से हालात का जायजा लेने आए डॉक्टर जगदीश गोरे से डॉक्टर कमी के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि फिलहाल बरखेड़ से एक डॉक्टर को मुलताई अस्पताल में पोस्टेड किया गया है और वह जिला स्वास्थ्य अधिकारी से डॉक्टर की कमी के संबंध में चर्चा करेंगे और डॉक्टरों की कमी को दूर किया जाएगा।
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