मुलताई- हरतालिका तीज पर गौर लाने के लिए बड़ी संख्या में महिलाए ताप्ती तट पर पहुंची, जहा विधि विधान से पूजन अर्चन कर भगवान शिव की स्थापना के लिए गौर (रेत) प्राप्त की।
जिसका कल गणेश चतुर्थी पर ज्वारे के साथ जल में विसर्जन किया जाएगा। हरतालिका तीज पर सुबह से ही हजारों की संख्या में महिलाएं ज्वारा लेकर ताप्ती तट पहुंची। मां ताप्ती एवं भगवान शिव की पूजा अर्चना की और भगवान शिव से अपने परिवार के सुख समृद्धि की कामना कर सुहाग की सलामती मांगी। हरतालिका तीज के संबंध में पंडित गणेश शंकर त्रिवेदी बताते हैं कि इस दिन महिलाएं सरोवर या नदियों पर जाकर गौर के रूप में रेत घर लाती है, जिससे प्रतीक के रूप में भगवान शिव की स्थापना की जाती है।
इसके उपरांत रात में भगवान शिव का पूजन होता है। हरतालिका की कथा का महिलाएं श्रवण कर असीम पुण्य की प्राप्ति करती है। इसके उपरांत गणेश चतुर्थी पर महिलाएं फिर ज्वारे का विसर्जन करती है। दो दिन महिलाए अपने पति की लंबी आयु के लिए उपवास रखती है। ताप्ती तट स्थित राम मंदिर के सामने नगर पालिका ने इस बार नो व्हीकल जोन बना कर सुविधा उपलब्ध कराई है। नगर पालिका द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए हैं ताप्ती सरोवर में सुरक्षा चैन के साथ ही रस्सी लगाई गई है इसके अलावा नगर पालिका द्वारा नाव एवं गोताखोरों की नियुक्ति भी की गई है। नगर पालिका के कर्मचारियों को जगह-जगह तैनात किया गया है जो स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। इसके अलावा सुरक्षा की दृष्टि से महिला पुलिसकर्मी भी परिक्रमा क्षेत्र में तैनात है।