ताप्ती मेगा रिचार्ज परियोजना में शामिल नहीं ताप्ती उद्गम मुलताई एवं बैतूल जिला,

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ताप्ती मेगा रिचार्ज परियोजना का  बैतूल को मिले लाभ,खंडवा, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा होंगे लाभान्वित,

मुलताई- पवित्र नगरी मुलताई  से निकलने वाली ताप्ती नदी पर बनी ताप्ती बेसन मेगा रिचार्ज परियोजना  की घोषणा प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा कर दी गई है। यह परियोजना मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र कि संयुक्त जल संसाधन परियोजना है जिसे विश्व  की सबसे बड़ी भुजल पूनर्भरण महत्वाकांक्षी परियोजना माना जा रहा है । इस परियोजना के तहत मध्य प्रदेश में 1,23,082 हेक्टेयर और महाराष्ट्र में 2,34,706 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा मिलेगी।

जल बंटवाराः परियोजना में कुल 31.13 टीएमसी (थाउजेंड मिलियन क्यूबिक फीट) जल का उपयोग होगा, जिसमें से 11.76 टीएमसी मध्य प्रदेश और 19.36 टीएमसी महाराष्ट्र को आवंटित किया गया है। इस परियोजना का लाभ मध्य प्रदेश महाराष्ट्र को संयुक्त रूप से मिलेगा । मध्य प्रदेश मे खंडवा बुरहानपुर छिंदवाड़ा जिले के उमरेड, छिंदवाड़ा, मोरखेड़ा, पांढुर्णा ,सौसर और बिछुआ इससे लाभान्वित होंगे इसके अलावा, नागपुर शहर को पीने के पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी किंतु इस परियोजना के लाभ अंश में ताप्ती उद्गम मुलताई विधानसभा एवं बैतूल जिला शामिल नहीं है।

  क्षेत्रवासियों का मानना है कि ताप्ती नदी मुलताई से  निकलकर बैतूल जिले में 130 किलोमीटर बहती है ताप्ती मेगा रिचार्ज प्रोजेक्ट में बैतूल जिले को जोड़कर इस 130 किलोमीटर के ताप्ती जल प्रवाह को  जिले के लिए वरदान बनाया जा सकता है।

जिलेवासी लंबे समय से ताप्ती नदी को केंद्र में रखकर बनाई गई दो बड़ी परियोजन पार -ताप्ती -नर्मदा लिंक प्रोजेक्ट एवं ताप्ती बेसन मेगा रिचार्ज परियोजना से उम्मीदें लगाए बैठे थे किंतु जब ताप्ती मेगा रिचार्ज परियोजना प्रारंभ होने जा रही है इसमें बैतूल जिला शामिल ही नहीं है जिससे ताप्ती उद्गम स्थल से लेकर संपूर्ण जिले को भारी निराशा हाथ लगी है।

बैतूल जिले को इस परियोजना से जोड़ा जाना क्यों आवश्यक है इस संबंध में डॉ कृष्ण धोटे, पूर्व भाजपा पार्षद हनी खुराना  कहते हैं कि मुलताई से निकलने वाली ताप्ती जिसके जल से मध्य प्रदेश महाराष्ट्र और गुजरात तीन प्रदेश लफंवित होंगे ताप्ती का मूल जिला इससे वंचित रहेगा यह दिया तले अंधेरा वाली कहावत चरितार्थ करता है। बैतूल जिला सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला की ऊंची चोटियों पर स्थित है। मुलताई जहां से ताप्ती निकलती है समुद्री सतह से 752 मी ऊंचाई पर स्थित है ऊंचाई पर स्थित होने के करण बैतूल जिले से अनेकों नदियां निकलती तो है किंतु इनका पानी बह जाता है। और यही कारण है कि जिले का जलस्तर निरंतर घट रहा है। बैतूल जिले में कोई बड़ा उद्योग नहीं है अधिकांश जनसंख्या कृषि पर आधारित है ताप्ती मेगा प्रोजेक्ट से जोड़कर इस जिले को समृद्ध कृषि प्रधान जिला बनाया जा सकता है।

मुलताई विधानसभा सहित संपूर्ण जिले को इस ताप्ती मेगा प्रोजेक्ट मे जोड़ा जाना चाहिए। इसके लिए मैं केंद्रीय मंत्री एवं सांसद डीडी उइके एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखुगा और मिलकर चर्चा करके बैतूल जिले को ताप्ती बेसन मेगा रिचार्ज प्रोजेक्ट में शामिल करने की मांग करूंगा।

चंद्रशेखर देशमुख भाजपा विधायक मुलताई विधानसभा

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