मुलताई- पवित्र नगरी मुलताई में 12 जून से होने जा रहे सूर्य महायज्ञ आयोजन समिति माँ ताप्ती उदगम उद्धार आयोजन समिति मुलताई के सदस्यों ने यज्ञ स्थल मेला ग्राउंड पर पत्रकार वार्ता मे यज्ञ की रूपरेखा की जानकारी पत्रकारों को दी,
इसके साथ ही द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य सदानन्द सरस्वती के नगर आगमन की संपूर्ण जानकारी पत्रकारों से साझा की। आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि सूर्य महायज्ञ एवं सवा करोड़ शिवलिंग निर्माण 12 जून सुबह 10 बजे कलश यात्रा के साथ प्रारंभ होगा।
माँ ताप्ती उदगम उद्धार समिति ने दी कार्यक्रम की जानकारी
कलश यात्रा में ताप्ती जी की भव्य प्रतिमा भी शामिल होगी जिसका शोभायात्रा के बाद यज्ञ स्थल पर प्रतिदिन पूजन किया जाएगा। जगतगुरु शंकराचार्य के पावन चरण पवित्र नगरी में 15 जून को पड़ेंगे, वह नागपुर से बाय रोड मुलताई पहुंचेंगे और 16 जून को ताप्ती श्री क्षेत्र मंदिर और कुंड़ो का भ्रमण करेंगे। शिवलिंग निर्माण का कार्य यज्ञ प्रारंभ होने के साथी हो जाएगा और इस कार्य में नगर के महिला मंडल का सहयोग लिया जाएगा। 16 एवं 17 जून को जगद्गुरु शंकराचार्य के यज्ञ स्थल पर प्रवचन होंगे 17 जून को शाम ताप्ती तट पर महा आरती होगी जिसमें 21 हजार दीप जलाए जाएगे

यह दीप गोबर के बने होंगे। 12 जून से भव्य सूर्य महायज्ञ पार्थिव शिवलिंग निर्माण का प्रारंभ जगतगुरु शंकराचार्य सदानन्द सरस्वती के आशीर्वाद से धर्माचार्य सोमेश परसाई के सानिध्य में होगा जो 12 जून से 18 जून तक चलेगा जिसमे 15 जून 18 जून तक शंकराचार्य जी मुलताई में रहेंगे एव अपना आशीर्वचन प्रदान करेंगे।

आयोजन पूजन हवन शिवलिंग निर्माण समय सारणी
12 जून सुबह 9 बजे कलश यात्रा प्रतिदिन सुबह 8 बजे हवन पूजन प्रतिदिन 10 बजे से 12 बजे तक एवं 3 बजे से 5 बजे तक पार्थिव शिवलिंग निर्माण एवं भजन संगीत प्रतिदिन शाम 4 बजे से 7 बजे तकमहारुद्राभिषेक एवं दिव्य भस्म आरती प्रतिदिन 1 बजे से 2:30 तक भोजन प्रसादी शाम को भस्म आरती के बाद प्रसादी, पत्रकार को जानकारी देने वाले आयोजन समिति के सदस्यों में गोलू उगड़े, दिनेश कालभोर, मनीष पाटनकर ,उपेंद्र पाठक,सुरेंद्र राठौर, गगन साहू आदि प्रमुख है।
