महाराष्ट्र से सैकड़ो किलोमीटर पैदल पदयात्रा कर नागद्वारी पहुंचेंगे श्रद्धालु

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मुलताई- सावन मास के प्रारंभ होते ही पचमढ़ी स्थित 10 दिवसीय प्रसिद्ध नागद्वारी मेला प्रारंभ हो जाता है। जहां मध्य प्रदेश महाराष्ट्र से हजारों की संख्या में श्रद्धालु मुलताई क्षेत्र से गुजरते हैं।

इस दौरान क्षेत्र की सड़कों पर भी श्रद्धा का अनोखा सैलाब दिखाई देता है। विशेष तौर से महाराष्ट्र से सैकड़ो किलोमीटर का पैदल सफर तय कर यह श्रद्धालु मुलताई पहुंचते हैं और यहां से पैदल सैकड़ो किलोमीटर का सफर तय कर पचमढ़ी प्रसिद्ध नागद्वारी मेला पहुंचते हैं। क्षेत्र क्षेत्र के लोग इन पद यात्रियों का जगह-जगह स्वागत करते हैं। कुछ मंडल ऐसे भी है   जो वर्षों से यह पदयात्रा  कर रहे हैं।

इनमें से एक है हरिहर मंडल नागपुर के भक्त मंडली जो 9 वर्ष से प्रसिद्ध नागद्वारी की पैदल यात्रा कर रहे है। इन पद यात्रियों में ज्योतिष लोग शामिल है। पदयात्रा बताते हैं कि उनकी यात्रा वासुकी शेष महाराज मंदिर हिंगना नागपुर गेडाम लेआउट से शुरू होती है और नागद्वारी मंदिर पहुंचकर समाप्त होती है। आज इन पद यात्रियों का जत्था निकटतम ग्राम दुनावा पहुंचा जहां प्रकाश सूर्यवंशी और सहयोगियों ने उनका स्वागत कर उन्हे स्वल्पाहार कराया। पदयात्री बताते हैं कि देवाधि देव महादेव की नगरी कहलने वाली पचमढ़ी में हर साला मेला आस्था और दिव्यता के लिए आता है ।आस्था के इस समागम में नागद्वारी पहुंचकर नागराज के दर्शन को बाबा अमरनाथ के दर्शन के समान माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि श्रावण मास के दौरान नागद्वारी मंदिर में दर्शन करने से कालसर्प दोष दूर होता है।यह मेला 23 जुलाई इस से शुरू हुआ है और 3 अगस्त तक चलेगा और हजारों श्रद्धालु मार्ग की अनेक कठिनाइयों को भूलकर भोले बाबा के जयकारों के साथ आगे बढ़ते जाएंगे  ।

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