कचरा प्रबंधन में अनियमितताएँ, तीन दिन में देना होगा जवाब ,सीएमओ ने उपयंत्री और सहायक राजस्व निरीक्षक से भी मांगा स्पष्टीकरण
मुलताई। मासोद रोड स्थित नगर पालिका की कचरा खंती में कचरा प्रबंधन के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाने के बावजूद गंभीर अनियमितताएँ पाई गई हैं। मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, छिंदवाड़ा के क्षेत्रीय अधिकारी अरविंद कुमार तिवारी ने मुलताई कचरा खंती का निरीक्षण कर स्थिति को अत्यंत खराब पाया है। इस पर नगर पालिका को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए हैं, अन्यथा बोर्ड द्वारा जल प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण अधिनियम 1974 तथा वायु प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण अधिनियम 1981 के प्रावधानों के तहत न्यायालय में प्रकरण दायर करने की चेतावनी दी गई है।
निरीक्षण रिपोर्ट में उजागर हुईं कई गंभीर खामियाँ
बोर्ड की ओर से जारी नोटिस में उल्लेख है कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम 2016 का पालन नगर पालिका द्वारा नहीं किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि
• नगर में कचरे का पृथक संग्रहण सुनियोजित तरीके से नहीं किया जा रहा
• कचरा खुले में, बिना किसी कवर्ड शेड के, इधर-उधर डंप किया जा रहा
• प्रसंस्करण स्थल पर स्थापित कंपोस्टिंग यूनिट और मशीनरी बंद अवस्था में मिली

हरिभूमि की खबर का असर
उल्लेखनीय है कि हाल ही में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और एसडीएम ने मुलताई कचरा खंती का निरीक्षण कर पंचनामा तैयार किया था। इस संबंध में हरिभूमि द्वारा प्राथमिकता से समाचार प्रकाशित कर अनियमितताओं की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया था। इस प्रकाशन के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कड़ा रुख अपनाते हुए कचरा प्रबंधन में की जा रही अनियमितताओं पर सख्त कार्रवाई शुरू की है। माना जा रहा है कि कचरा प्रबंधन पर खर्च किए गए करोड़ों रुपये की भी जांच कराई जा सकती है।

सीएमओ ने जिम्मेदार अधिकारियों को थमाया नोटिस
बोर्ड द्वारा नोटिस जारी होने के बाद नगर पालिका अधिकारी वीरेंद्र तिवारी ने उपयंत्री महेश त्रिवेदी और सहायक राजस्व निरीक्षक अमरलाल कवड़े को तीन दिनों के भीतर सुधारात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने
के निर्देश दिए हैं। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि निर्धारित समय में सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए तो न्यायालयीन प्रकरण दर्ज होने की स्थिति में संपूर्ण जवाबदेही संबंधित अधिकारियों की होगी।


