मुलताई -आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ द्वारा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन नायब तहसीलदार मुलताई को सौप अतिथि शिक्षकों के लिए अनिवार्य ई अटेंडेंस पर विरोध विरोध जताया है।
अतिथि शिक्षकों ने अपने ज्ञापन में कहा है कि 80% अतिथि शिक्षकों के पास एंड्रॉयड फोन नहीं है और उनकी आर्थिक स्थिति 20000 का एंड्रॉयड फोन खरीदने की भी नहीं है शासन पहले उन्हें एंड्राइड मोबाइल खरीद कर दे इसके बाद शैक्षणिक सत्र 2025-26 में अतिथि शिक्षकों से अनिवार्यतः ई अटेंडेंस लागू करें। अतिथि शिक्षक संघ द्वारा सौपे गए इस ज्ञापन में कहा गया है कि….
शैक्षणिक सत्र 2025-26 में अतिथि शिक्षकों से अनिवार्यतः ई अटेंडेंस लगवाने हेतु आदेश जारी किया गया है, जो अतिथि शिक्षकों के साथ अन्याय है। ई अटेंडेंस लगवाने से पूर्व हमारी समस्याओं का निराकरण किया जाये, अतिथि शिक्षकों को प्रतिमाह निश्चित तिथि में मानदेय प्रदान किया जाये।

शिक्षकों को मेडिकल / प्रसव/मातृत्व/पितृत्व / आकस्मिक समस्त प्रकार के अवकाशो की सुविधा प्रदान किया जाये। यह है कि जिन ग्रामीण अंचलों में नेटवर्क सुविधा उपलब्ध नहीं है, सर्वप्रथम उन ग्रामीण अंचलों में नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध करायी जाये। शिक्षकों का सर्वप्रथम वार्षिक अनुबंध भविष्य सुरक्षित किया जाये। सर्वप्रथम नियमित कर्मचारियों की भांति अतिथि शिक्षकों को समस्त प्रकार की शासकीय सुविधाओं का लाभप्रदान जाये।

ज्ञापन के माध्यम से शिक्षकों ने कहा है कि अतिथि शिक्षक की अटेंडेंस को लेकर मानसिक रूप से परेशान है पहले हमारी उक्त समस्याओं का समाधान करें अन्यथा उक्त आदेश को वापस लिया जाए। ज्ञापन सौपने वालो मे संघ सचिव प्रकाश साहू, सुनीता कापसे, ममता काडु, सोमराज नीरापूरे, दिव्या डोहरे, अंजलि पाटनकर, रोशनी देशमुख, मीना गावंडे ,देवेंद्र बनखेड़े, नारायण सावरकर आदि प्रमुख है।
