व्यापारियों ने कहा— करेंगे बहिष्कार, अधिकारियों का दावा— बन गई सहमति
मुलताई। कार्तिक पूर्णिमा से प्रारंभ होने वाले ताप्ती मेले में इस वर्ष दुकानों के स्थान परिवर्तन को लेकर नगर पालिका प्रशासन और व्यापारियों के बीच विवाद की स्थिति बन गई। शनिवार को नगर पालिका सभा कक्ष में आयोजित बैठक में मेला व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। चर्चा के दौरान बात नहीं बनने पर व्यापारियों ने जमकर हंगामा किया और नगर पालिका गेट पर बैठकर नारेबाजी की।
बाद में व्यापारियों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर ताप्ती मेले में पूर्व वर्षों की तरह ही दुकानों को पुराने स्थान पर लगाए जाने की मांग की। व्यापारियों ने चेतावनी दी कि यदि मेला पूर्व व्यवस्था के अनुसार नहीं लगाया गया तो वे सामूहिक रूप से मेले का बहिष्कार करेंगे। व्यापारियों द्वारा तहसीलदार को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि नगर पालिका परिषद मुलताई द्वारा हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दुकानों को पूर्व स्थान पर लगाया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर पालिका द्वारा इस बार होटल व्यवसायियों की जगह पर झूले लगाने का निर्णय लिया गया है, जो उपयुक्त नहीं है। होटल संचालकों को झूलों के सामने स्थान देकर होटल संचालन के लिए मजबूर किया जा रहा है।

व्यापारियों ने कहा कि यदि मेले के बीचोबीच होटल संचालित किए गए तो वहां से निकलने वाला गंदा पानी और कचरा अन्य दुकानों के सामने फैल जाएगा, जिससे विवाद और अव्यवस्था की स्थिति बनेगी तथा मेले की शांति भंग हो सकती है।
इनका कहना है
“ताप्ती मेले में दुकानों के स्थान परिवर्तन को लेकर प्रारंभ में व्यापारियों में कुछ नाराजगी थी, किंतु बाद में चर्चा के दौरान मामला सुलझा लिया गया है। अब व्यापारी भी सहमत हो गए हैं।”
— वीरेंद्र तिवारी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, मुलताई


