मुलताई- ताप्ती आरती घाट पर ताप्ती जन्मोत्सव पर प्रतिवर्ष होने वाली महा आरती संपन्न हुई, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने हाथों में आरती थाल लेकर मां ताप्ती की आरती उतारी।
हजारों हजार हाथों में सजे मां ताप्ती आरती थाल और थालो में जलते दीप अनुपम छटा बिखेर रहे थे जिसे देखने के लिए उमड़ी लाखों की भीड़ इस अनुपम दृश्य की गवाह बनी । पंडित हनुमान प्रसाद दुबे द्वारा महा आरती की विधि पूर्ण कराई। ताप्ती सेवा मंडल द्वारा आयोजित इस महा आरती में पूर्व कैबिनेट मंत्री सुखदेव पांसे, कांग्रेस उपाध्यक्ष संजय यादव, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सुप्रिया यादव, पूर्व मध्य प्रदेश रोजगार निर्माण बोर्ड अध्यक्ष हेमंत विजय राव देशमुख, नगर पालिका अध्यक्ष वर्षा गडेकर ने मां ताप्ती की आरती कर मान्यता अनुसार पुण्य फल की प्राप्ति की।
ताप्ती जन्म उत्सव पर ताप्ती कुंड परिक्रमा क्षेत्र दुल्हन की तरह सजाया गया था जगह-जगह बैलून पुष्प और लाइटिंग व्यवस्था के चलते ताप्ती परिसर अत्यंत आकर्षक दिखाई दे रहा था। जन्मोत्सव पर देर रात तक मां ताप्ती सरोवर पर दुग्ध अभिषेक करने वालों का ताता लगा रहा पूर्व कैबिनेट मंत्री सुखदेव पांसे ने भी मां ताप्ती की पूजा अर्चना कर ताप्ती सरोवर में मां ताप्ती का दुग्ध अभिषेक किया और अनेक भंडारा प्रसादी स्टालों से अपने हाथों से प्रसादी वितरण की ।

28 वर्षों से हो रही है मां ताप्ती सेवा मंडल की आरती,
ताप्ती सेवा मंडल नगर का सबसे प्राचीन मां ताप्ती की सेवा से जुड़ा मंडल माना जाता है जिसने ताप्ती गेट, निर्माण, बाराद्वारी सुधार एवं मंदिरों घाटो के सुधार के साथ मां ताप्ती की महिमा को जन-जन तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । आज से 28 वर्ष पूर्व ताप्ती सेवा मंडल ने आरती घाट पर प्रतिदिन नियमित आरती एवं ताप्ती जन्म उत्सव पर भव्य महा आरती की आधारशिला रखी थी तब से लेकर अब तक ताप्ती तट पर नियमित प्रतिदिन मां ताप्ती की आरती की जाती है

और ताप्ती जन्मोत्सव पर भव्य महा आरती का आयोजन होता है। आरती घाट के पुजारी हनुमान प्रसाद दुबे बताते हैं कि आज से 28 वर्ष पूर्व स्वर्गीय प्रदीप खंडेलवाल, तुकाराम कडुकार ,अनिल अग्रवाल ,स्वर्गीय भुरु मामा , कृष्णा साहू ,सुरेश पवार आदि ने ताप्ती तट पर प्रतिदिन आरती के आधारशिला रखी थी तब से अब तक मां ताप्ती की आरती बगैर नागा हो रही है। यह हनुमान प्रसाद बताते हैं कि आरती की नियमितता बनाए रखने में दिक्कत तो अनेक आई किंतु मां ताप्ती के आशीर्वाद से आंधी हो या तूफान वर्षा हो या कोरोना किसी भी परिस्थिति में ताप्ती तट की आरती कभी नहीं रुकी।

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