जिले की एकमात्र शा. हिंदी/उर्दू शाला को मिली उर्दू शिक्षिका,

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जिसकी लंबे समय से मांग की जाती रही है जो विधायक चंद्रशेखर देशमुख के प्रयासों  वर्षो बाद पूरी हुई है। हालांकि यह पद स्थापना भी अस्थाई है वर्तमान समय में उर्दू स्कूल में उर्दू की शिक्षक की कमी को देखते हुए फरहत अली जो की ग्राम हीवरा में पदस्थ थी को अस्थाई रूप से शासकीय हिंदी उर्दू माध्यमिक विद्यालय मुलताई में पदस्थ किया गया है। इस अवसर पर हिंदी उर्दू स्कूल में विधायक और जनप्रतिनिधियों का आभार कार्यक्रम आयोजित किया गया।

जिसमें शाला के छात्र-छात्राओं ने अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। पालको एवं गणमान्य नागरिकों ने उर्दू शिक्षक की नियुक्ति के लिए विधायक देशमुख का आभार व्यक्त करते हुए हिंदी उर्दू स्कूल की अन्य समस्याओं से अवगत कराया इस अवसर पर विधायक देशमुख ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अभी हम उर्दू शिक्षक की वैकल्पिक व्यवस्था कर रहे हैं किंतु शीघ्र ही उर्दू शिक्षक की स्थाई नियुक्ति कर इस समस्या का समाधान किया जाएगा साथ ही शिक्षा विभाग के पोर्टल में हिंदी उर्दू शिक्षक की नियुक्ति संबंधित रिकार्ड को भी सुधारा जाएगा। उन्होंने कहा है कि स्कूल संबंधी अन्य समस्याओं के समाधान के लिए इंजीनियर को भेज कर इसका एस्टीमेट बनाया जाएगा और स्कूल की सभी समस्याओं का समाधान होगा।

उन्होंने कहा कि हमारे क्षेत्र में प्रतिभाओं का अभाव कभी नहीं रहा है किंतु उन्हें शिक्षा संबंधी सही लाइन नहीं मिल पाती जब किसी भी परिवार का एक बच्चा पड़ता है तो संपूर्ण परिवार आगे बढ़ता है। हाजी सलीम खान ने कहा कि जिन लोगों के प्रयासों से जिले के एकमात्र हिंदी उर्दू स्कूल की स्थापना 1985 में हुई थी आज उसमें से अधिकांश लोग नहीं है स्कूल प्रारंभ करने में हमें कोई समस्या नहीं हुई थी किंतु उसके बाद से  उत्पन्न होने वाली समस्याओं को लेकर अब तक संघर्ष चल रहा है। भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला कोषाध्यक्ष जाफर पटेल ने उर्दू शिक्षक की नियुक्ति के लिए विधायक देशमुख का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर भाजपा मंडल अध्यक्ष गणेश साहू, बीआरसी आशीष चंद्र शर्मा, शाला प्रमुख वर्षा खरे, मुन्ना मिस्त्री, आबिद भाई, आरिफ भाई पेंटर शाला स्टॉप उपस्थित था।

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