किसानों में रोष 10 फीट घटा वर्धा का पानी,6 वर्ष बाद भी अधूरी पड़ी सिंचाई योजना
मुलताई- हजारों परिवारों को सुनहरे भविष्य का सपना दिखाती वर्धा सिंचाई परियोजना बीते 6 वर्षों से अधर में लटकी हुई है। वर्धा बांध के समीपस्थ ग्राम के ग्रामीण बताते हैं कि अधिकारी और ठेकेदारों की मनमानी के चलते क्षेत्र के किसानों मे भारी रोष है। बीते एक माह से वर्धा बांध का पानी नहर और नदी के माध्यम से व्यर्थ बहाया जा रहा है। जिसके कारण बांध का लगभग 10 फीट जलस्तर घट गया है।
ग्राम सलाईडाना निवासी लखन महोबे, चंदन पवार, दिनकर मास्कुले, भालू राम कुमरे ,नानू बरखड़े,कोडर निवासी लोकेश साहू,पवन शिवहरे,मारुति बिहारे,लालजी साहू,श्री राम बेले बताते हैं कि वर्धा बांध का पानी जिस रफ्तार से किसानों को देने के बजाय वर्धा नदी एवं अधूरी नहर में बहाया जा रहा है बीते एक माह में बांध का पानी पूरी तरीके से समाप्त हो जाएगा। अधिकारी और ठेकेदारों की मिली भगत के चलते 6 वर्षों से अपना भविष्य तलाश रहे इस बांध से लिफ्ट के माध्यम से सलाईडाना, कोडर ,डहरगांव सहीत अनेक ग्राम के ग्रामीण सिंचाई करते हैं और अगर पानी बहाने की यही रफ्तार रही तो किसानो के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी। किसान बताते हैं कि बांध का काम भले पूर्ण नहीं हुआ हो किंतु इस बात में पानी रुकना प्रारंभ हो गया है और जिसके चलते ग्रामीण इस जल का उपयोग अपने खेतों की सिंचाई के लिए करते हैं अनेक किसान वर्धा बांध में संग्रहित पानी के भरोसे अपने खेतों में गेहूं की फसल की बोनी की है अगर अगले माह तक यह पानी बहा दिया गया तो किसानों के सामने बड़ा आर्थिक संकट खड़ा हो जाएगा।
2018 में हुआ था वर्धा बांध का भूमि पूजन
मुलताई – जिले का महत्वपूर्ण सिंचाई डिविजन इन दीनों बदहाल स्थिति में है जानकार बताते हैं कि मुलताई सिंचाई डिवीजन में परमानेंट कार्यपालन यंत्री है नहीं अगर एसडीओ ठेकेदारों का कार्यकाल बढ़ाने में आनाकानी करते हैं तो ठेकेदार उनका स्थानांतरण करा देते है। वर्धा बांध का भूमि पूजन 2018 में वर्तमान विधायक चंद्रशेखर देशमुख ने किया था आज 6 वर्ष पूर्ण होने को है फिर भी योजना पूरी नहीं हुई। बीते 3 वर्षों से मुलताई में परमानेंट कार्यपालन यंत्री की पोस्टिंग नहीं हुई है जिन एसडीओ को कार्यपालन यंत्री का प्रभार सौपा गया है उनके पास बैतूल का भी प्रभार है और वह कभी कभार मुलताई आते हैं जिसका खामिया क्षेत्र को भुगतना पड़ रहा है ।
इनका कहना
इस वर्ष वर्धा कमांड के किसानों को पानी देना है। इसलिए टेस्टिंग की जा रही है। वर्धा बांध का कार्य 4 वर्ष में पूर्ण होना था ठेकेदार का दो बार कार्यकाल बढ़ाया गया है समय सीमा को लेकर किसी का ट्रांसफर नहीं हुआ है।
विपिन बामनकर
प्रभारी कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग मुलताई