मुलताई – ग्राम पंचायत कामथ के ग्रामीणों ने आज फिर एसडीम अनीता पटेल को ज्ञापन सौप मोक्ष धाम भूमि पर लगाई गई रोक हटाए जाने की मांग की। कामथ ग्राम पंचायत में मोक्ष धाम भूमि विवाद हल होने का नाम ही नहीं ले रहा है।
दो माह की ग्रामीणों के प्रयास के बाद एसडीएम अनीता पटेल ने मोक्ष धाम भूमि के सीमांकन के आदेश दिए थे। किंतु पुलिस के संरक्षण में राजस्व अमले का जैसे ही सीमांकन कार्य पूर्ण हुआ और पंचनामा बनाकर पंचायत को निर्माण कार्य प्रारंभ किए जाने की अनुमति प्रदान की गई कुछ ही घंटो मे एसडीएम ने यह कहकर पंचायत निर्माण कार्य पर रोक लगा दी की कुछ ग्रामीणों की आपत्ती है जब तक दूसरे पक्ष को नहीं सुना जाता कामथ मोक्ष धाम भूमि पर यथा स्थिति बनी रहेगी। एसडीएम को सोपे अपने ज्ञापन में ग्रामीणों ने मांग की है कि ग्राम पंचायत कामथ में कलेक्टर द्वारा आवंटित एवं पंचायत द्वारा प्रस्तावित खसरा नंबर 142 रकबा 0.081 हेक्टेयर। भूमि पर मोक्षधाम का निर्माण कार्य यथाशीघ्र प्रारंभ कराया जाए।
कलेक्टर ने आवंटन की थी मोक्ष धाम की भूमि
ग्राम पंचायत की आबादी 6 से 7 हजार होने पर और यहा मोक्षधाम ना होने से वर्ष 1994-95 में न्यायालय के समक्ष मोक्षधान निर्माण के लिये ग्राम पंचायत कामथ द्वारा भूमि आवंटित करने हेतु प्रस्ताव व प्रकरण पंजीबंद्ध कर 0.081 हे० भूमि कलेक्टर बैतूल के आदेश पर 21/10/1994 द्वारा खसरा नम्बर 142 रकबा 2.889 हे. से 0.0081 हे. भूमि को मोक्षधाम के लिए प्रदान किया गया था ।
अवैध कब्जे दारो की आपत्ति पर लगाई गई मोक्ष धाम की भूमि पर रोक
ज्ञापन में कहा गया है कि मोक्षधाम निर्माण एवं सीमांकन का प्रस्ताव सर्वसहमति से पारित किया है। तहसीलदार द्वारा हाल ही में सिमांकन कर भूमि मोक्षधाम निर्माण हेतु ग्राम पंचायत कामथ को कहा का पंचायत ने पोल लगा कर मेढ कायम की किंतु सीमांकन के 2 घंटे पश्चात अनुविभागीय अधिकारी द्वारा स्थगन आदेश जारी कर दिया गया जिसमें अन्य को सुना जाना और स्थल जॉच आवश्यक बताया गया है। अन्य से संबधित वहा अवैध रूप से अतिक्रमण कर निवासरत है। जो कि मोक्षधाम निर्माण स्थल से 250 से 300 फीट की दूरी पर है। और उनके पास उक्त स्थान पर रहने के कोई वैध दस्तावेज नहीं है। उन्हे किसी प्रकार का शासन से कोई पट्टा आवंटित नहीं किया है।