मुलताई। मध्य प्रदेश के 80 अमृत भारत स्टेशनों में शामिल पवित्र नगरी मुलताई स्टेशन का उन्नयन कार्य इस वर्ष भी निर्धारित समय सीमा में पूरा नहीं हो सकेगा। विभागीय सूत्रों के अनुसार अमृत भारत योजना के तहत चल रहे कार्य को पूर्ण होने में लगभग एक वर्ष और लग सकता है।
मुलताई स्टेशन को अमृत भारत योजना में शामिल किए जाने पर स्थानीय नागरिकों में जबरदस्त उत्साह था, लेकिन अब यह उत्साह निराशा और आक्रोश में बदलता जा रहा है। स्थिति यह है कि ठेकेदार अब तक आधारभूत कार्य भी पूर्ण नहीं कर पाया है, जिसके कारण यात्रियों को सुविधाएं मिलना तो दूर, वर्तमान में उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
अमृत भारत योजना के तहत मुलताई स्टेशन का नवनिर्माण एवं कायाकल्प लगभग 17 करोड़ रुपये की लागत से किया जाना है। ठेकेदार को संभावित रूप से पूरा कार्य 30 दिसंबर 2025 तक पूर्ण करना था। इसके अलावा लोडिंग प्लेटफॉर्म निर्माण के लिए भी रेलवे द्वारा अलग से बड़ी राशि स्वीकृत की गई है। हालांकि दोनों ही कार्य अभी अधर में लटके हुए हैं। कार्य की धीमी गति को देखते हुए समय सीमा समाप्त होने के एक वर्ष बाद भी कार्य पूरा हो पाएगा या नहीं, यह कहना कठिन है।

स्टेशन के दोनों मुख्य द्वार भी अधूरे
पवित्र नगरी के अनुरूप स्टेशन के दोनों मुख्य द्वार आकर्षक डिज़ाइन में बन रहे हैं, लेकिन यह कार्य भी अभी आधा-अधूरा है। मुख्य प्रवेश द्वार बोरदेही रोड की ओर प्रस्तावित है, जहां स्टेशन के प्रवेश द्वार और मुख्य गेट के बीच आकर्षक गार्डन बनाया जाना है, लेकिन अभी तक यह कार्य प्रारंभ भी नहीं हुआ है।

मुख्य गेट के दोनों ओर ओवरब्रिज का निर्माण किया जाना है, जिन पर यात्रियों के लिए लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध होगी। महिलाओं के लिए अलग वातानुकूलित प्रतीक्षालय, आधुनिक एसी वेटिंग हॉल, ओवरब्रिज एवं अन्य स्टेशन विकास कार्य भी अधूरे पड़े हैं।
इनका कहना
“अमृत भारत योजना के तहत अभी कई कार्य शेष हैं। ओवरब्रिज सहित सभी कार्यों को पूर्ण होने में लगभग एक वर्ष का समय लगेगा।”
आकाश राजपूत,रेलवे स्टेशन मास्टर, मुलताई

