संजय द्विवेदी
बैतूल। जिले के स्वास्थ्य विभाग में हर काम में कितना पैसा चलता है और इस गंदे खेल की शिकायत भी लगातार होते रहती है। अब इस खेल का पदार्फाश लोकायुक्त की टीम ने ही किया है। अब देखना है कि शासन-प्रशासन विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों पर क्या कार्रवाई करता है।
आज की ताजा कार्रवाई के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) के लिए 40 हजार रुपए की रिश्वत की अंतिम किस्त लेते हुए लोकायुक्त भोपाल की टीम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहपुर में पदस्थ लेब सहायक राधा गोविंद शुक्ला को लोकायुक्त की टीम ने दबोच लिया है। भौंरा के एक चिकित्सक के क्लिनिक के रजिस्ट्रेशन दस्तावेज में उनके भतीजे का नाम भी शामिल करने के एवज में यह रिश्वत मांगी गई थी।

लोकायुक्त टीम भोपाल के निरीक्षक मनोज पटवा ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि बैतूल जिले के शाहपुर भौरा निवासी डॉ महेश कुमार पाटनकर ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त भोपाल को 28 जुलाई को लिखित शिकायत की गई। शिकायत में बताया कि उनका क्लीनिक भौंरा कस्बे में है। बैतूल के सीएमएचओ डॉ. सुरेश बौद्ध जाटव के द्वारा क्लीनिक का निरीक्षण करने पर क्लीनिक के रजिस्ट्रेशन में आवेदक के भतीजे डॉ. सागर पाटनकर का नाम शामिल करने के एवज में 1.5 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की गई है।

जिसमें 50 हजार रुपए पूर्व में प्राप्त कर लिए हैं और आवेदक के अनुरोध पर 1 लाख में से कम करके 50 हजार रुपए लेने को राजी हुआ है। जिसमें 10 हजार रुपए 3 अगस्त को आवेदक के भतीजे डॉ. सागर से सीएमएचओ ऑफिस बैतूल में आरोपी ने प्राप्त कर लिए थे। शेष 40 हजार रुपए शाहपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ लेब सहायक राधा गोविंद शुक्ला को देने का बोला था। निरीक्षक पटवा ने बताया कि शाहपुर में कार्यवाही पूर्ण कर टीम बैतूल पहुंची और वहां पर कार्यवाही जारी है। उन्होंने बताया कि सीएमएचओ ऑफिस बैतूल के लिपिक मालवीय की भूमिका की भी जांच की जाएगी।

12 सदस्य टीम ने की कार्यवाही-
जानकारी के अनुसार आज गुरुवार 10 अगस्त को लगभग 3 बजे अपरान्ह पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त भोपाल के निर्देशन पर 12 सदस्यीय ट्रैप दल द्वारा शाहपुर जिला बैतूल में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ लेब सहायक राधा गोविंद शुक्ला को आवेदक के भतीजे डॉ सागर पाटनकर से 40 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथो पकड़ा गया। सीएमएचओ बैतूल डॉ. सुरेश बौद्ध जाटव एवं अन्य के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर FIR की कार्यवाही जारी है। लोकायुक्त दल में निरीक्षक मनोज पटवा, रजनी तिवारी, विकास पटेल सहित 12 सदस्य शामिल थे।
स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप-
रिश्वत लेते लैब सहायक को पकडऩे के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। रिश्वत मामले में लोकायुक्त सीएमएचओ से पूछताछ की गई है। टीम सीएमएचओ से घंटो तक पूछताछ करते रही। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की ओर से कार्रवाई भी किए जाने की संभावना है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व में रिश्वत लेने के मामले में सीएमएचओ कार्यालय के एक सहायक ग्रेड-3 के कर्मचारी का भी नाम आया था और इसके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। फिलहाल टीम अभी जांच कर रही है।