संजय द्विवेदी, असलम अहमद
बैतूल-यह वर्षा पूरे बैतूल के लिए अमृतमय है क्योंकि यह ताप्ती मैया की कृपा और शिव का अभिषेक है। मालूम हो कि बीते 2 दिनों से हो रही वर्षा क्षेत्र के किसानों की गेहूं की फसल के लिए अमृत वर्षा ही है जिसमें किसानों के चेहरों की रोनक बढ़ा दी है।
12 दिसंबर से आरंभ शिवपुराण कथा में पहले दिन जहां रिकार्ड तोड़ एक लाख से अधिक शिवभक्त पहुंचे, वहीं ठीक 4 बजे कथा संपन्न होने के बाद शुरू हुई बूंदाबूदी देर शाम तक तेज वर्षा में बदल गई। सैकड़ों वाहन पार्किंग में फंस गए और फोरलेन पर खडे हजारों वाहनों से जाम लगा रहा। स्थिति को देखते हुए मां ताप्ती शिवपुराण आयोजन समिति ने पंडित प्रदीप मिश्रा से उनके उपस्थिति स्थल पर भेंट कर स्थिति बताई। पंडित जी ने कहा कि यह वर्षा पूरे बैतूल के लिए अमृतमय है क्योंकि यह ताप्ती मैया की कृपा है और शिव का अभिषेक है।
उन्होंने कहा कि बुजुर्गों आदि को दिक्कत न हो, इसलिए मैं उन्हें टीवी-मोबाइल पर ही देखने की अपील जारी कर देता हूं लेकिन उन्होने यह भी आश्वासन दिया कि कथा के समय एक बूंद पानी अब नहीं आएगा। आज भी पंडित जी की बात सच साबित हुई और मौसम विभाग की सूचना के बाद बारिश नहीं हुई। आज शिवपुराण के द्वितीय दिवस कथा ठीक समय पर दोपहर एक बजे आरंभ हुई और कल प्रथम दिन से ज्यादा श्रद्धालु कथास्थल पर मौजूद थे। पुलिस प्रशासन द्वारा फोरलेन पर वाहनों के कड़े प्रतिबंध के बावजूद लोग कई किमी पैदल चल कर कथास्थल पहुंचे।
पंडित प्रदीप मिश्र के भजन पर झूमते रहे शिवभक्त-
आज द्वितीय दिवस के कथा समापन पर आमला विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे के परिवार, वरिष्ठ कर सलाहकार एवं पूर्व नगर सुधार न्यास अध्यक्ष राजीव खंडेलवाल परिवार, पूर्व अध्यक्ष म.प्र. रोजगार निर्माण बोर्ड हेमंतराव देशमुख, ताप्ती परिक्रमा समिति अध्यक्ष जितेन्द्र कपूर परिवार, समाजसेवी शशांक तिवारी परिवार, वरिष्ठ पत्रकार संजय द्विवेदी परिवार के साथ मुख्य यजमान संजय बाथरे, रश्मि बाथरे, राजा ठाकुर आदि भक्तों ने भोलेनाथ और व्यासपीठ की आरती और पूजन किया।

किलेदार परिवार व आयोजन समिति ने शानदार व्यवस्थाएं की : पंडित मिश्रा-
शिवपुराण के आरंभ में पंडित प्रदीप मिश्र ने उन सभी शिव भक्तों को धन्यवाद दिया, जो इतने पानी में भी रात भर रुके रहे और भजन गाते रहे। इसके साथ ही किलेदार परिवार की भी मेहनत और विशाल हृदय को सराहा कि उन्होंने आयोजन की सारी व्यवस्थाएं संभाली। कल इतने बारिश में भोजन और आवास की व्यवस्था को न सिर्फ दुरूस्त किया, बल्कि पूरे कथास्थल को कुछ घंटों के अंदर ही वापस कथा लायक बना दिया। विधायकव्दय ने संभाला था मोर्चा-गौरतलब है कि कल पानी बारिश और कीचड़ के बीच जब कथास्थल पर हजारों लोग मौजूद थे। तब बारिश और कीचड़ में श्रद्धालुओं को दिक्कत होने की सूचना मिलते ही बैतूल और आमला के दोनों विधायक कथास्थल पहुंचे। आमला विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे जूते उतारकर कीचड़ में डोम तक पहुंचे व टैक्टर में खुद बैठकर काफी भक्तों को बाहर निकाला। बैतूल विधायक निलय डागा भी पहुंचे और परसोडा के अपने वेयर हाउस में हजारों भक्तों के लिए आवास नाश्ते, गर्म पानी की व्यवस्था की। दोनों विधायक देर रात तक कथास्थल पर जमे रहे और व्यवस्थाएं दुरुस्त करते रहे।

मां ताप्ती तो हमारा जीवन है इसे कैसे छोड़ दें : पंडित प्रदीप मिश्रा-
मां ताप्ती शिवपुराण कथा के द्वितीय दिवस पंडित प्रदीप मिश्र ने कहा कि मां ताप्ती हमारा जीवन है जान है उसे कैसे छोड़ दें। लोग भले ही हमें दिग्भ्रमित करें कि न शिव है न गणेश हैं और यह भी कहें कि अगरबत्ती नहीं लगाना चाहिए, लेकिन आपको ध्यान नहीं देना है। आपको तो मंदिर जाना है और एक नहीं, चार अगरबत्ती लगाना है। धर्मांतरण पर कटाक्ष करते पंडित जी ने शिवभक्तों को सावधान किया। उन्होंने भगवान से जुड़े रहने का शानदार उदाहरण देते हुए बताया कि कोई अंधा कभी गिरता नहीं और न ही उसकी हड्डी टूटती है गिरने से। क्योंकि वो लाठी का सहारा लेकर ठोंककर संभल कर चलता है। यदि हम भी शिव का सहारा लेकर संभलकर चलेंगे तो गिरने का सवाल नहीं। जिस तरह ठंड या लू से बचने के लिए हम कान बंद कर लेते हैं वैसे ही हमें अधर्मियों के बोल सुनने की बजाए कान बंद कर लेना चाहिए। बैतूल के लोगों की प्रशंसा करते पंडित जी ने कहा कि यहां के लोगों ने ताप्ती मैया का जल पिया है, इसलिए बहकावे में नहीं आ सकते।
—————————————————————————————————-