मुलताई- रिफर केंद्र बनकर रह गए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुलताई के लिए अच्छी खबर यह है कि स्वास्थ्य केंद्र का चयन राष्ट्रीय स्तरीय लक्ष्य प्रोग्राम में हुआ है जिसके तहत लेबर एवं डिलीवरी वार्ड विकसित हो सकेंगे अब सीजर ऑपरेशन हो सकेंगे
इसके लिए स्टाफ होगा साधन होंगे यह सपना सुनहरा सा लगता है किंतु शासन की स्वास्थ्य सुविधा में सुधार की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ जनता को मिल सकेगा इसको लेकर नागरिकों में संचय की स्थिति है। क्योंकि इसके पूर्व भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को जितनी भी सुविधा उपलब्ध हुई है। इसका लाभ मिस मैनेजमेंट और नेकनियत के अभाव के चलते नागरिकों को नहीं मिल सका है।
इंदिरा गांधी वार्ड निवासी भाजपा नेता सजल शिवहरे बताते हैं कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की हालत बहुत खराब है और इसमें सुधार की संभावना बिल्कुल खत्म हो गई है। यह मेरा अपना अनुभव है मैं अपनी पत्नी को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गया था मुझे पैथोलॉजी लैब में 4 घंटे इंतजार करना पड़ा कर्मचारी 11 बजे से खाना खाने गए थे 2 बजे लौटे और मेरी पत्नी के अलावा चार-पांच अन्य महिलाएं और थी जो बहुत परेशान थी। बीएमओ ध्यान नहीं देते और स्वास्थ्य केंद्र में कोई सुनने वाला है नहीं ऐसे में किसी भी सुधार की कल्पना व्यर्थ है।
7 लाख की एक्सरा मशीन का नहीं मिल रहा लाभ
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डिजिटल एक्सरा मशीन न होने के कारण हो रही दिक्कत को देखते हुए स्थानीय विधायक सुखदेव पांसे ने 7 लाख की लागत से स्वास्थ्य केंद्र को एक्सरा मशीन उपलब्ध कराई थी। किंतु जानकार बताते हैं जब भी एक्सरा कराने की आवश्यकता पड़ती है कभी एक्सरा फिल्म की कमी तो कभी एक्सरा मशीन चलाने वालो का अभाव के चलते इसका लाभ नगर वासियों को नहीं मिल पा रहा है नगर में अधिकांश दुर्घटना रात के समय होती है किंतु 6 बजे के बाद स्वास्थ्य केंद्र में एक्सरा मशीन चलाने वाला कोई नहीं है और जब भी शाम 6 के बाद इस एक्सरा की आवश्यकता होती है स्वास्थ्य केंद्र में सक्रिय दलाल उन्हें निजी अस्पतालों का पता बता देते हैं।
विधायक निधि की 2 एंबुलेंस जिसका 7 साल में नहीं हुआ रजिस्ट्रेशन
जरूरतमंदों को कम शुल्क में एंबुलेंस सुविधा प्राप्त हो सके इसके लिए विधायक चंद्रशेखर देशमुख ने अपने पूर्व कार्यकाल में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को दो एंबुलेंस उपलब्ध कराई थी किंतु लापरवाही की हद देखिए या एंबुलेंस माफिया का प्रभाव, बीते 7 वर्षों में इन दोनों एंबुलेंस का रजिस्ट्रेशन तक नहीं हुआ और बग़ैर रजिस्ट्रेशन के मरीज लेकर महाराष्ट्र जा रही इक एंबुलेंस का सेदूरजना तीवसे के पास एक्सीडेंट हो गया जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो।
एक एंबुलेंस अभी भी सेंदुरजना थाने में खड़ी है। बीते दिनों थाना मुलताई में नगर पालिका अध्यक्ष वर्षा गडेकर एवं भाजपा पार्षदों ने एंबुलेंस व्यवस्था को लेकर बीएमओ मे कहां सनी हुई थी इसके बावजूद कोई नतीजा नहीं निकला। इस समस्या के मूल के संबंध में जानकार बताते हैं कि मुलताई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राइवेट एंबुलेंस संचालकों का एक बड़ा नेटवर्क काम करता है। और इसमें रीफर का खेल भी शामिल है जिनके तार नागपुर और अन्य निजी अस्पतालों से जुड़े हैं जिन्हें भाड़े के साथ निजी अस्पतालों से मोटी रकम कमीशन के रूप में मिलती है इस पूरे नेटवर्क में कौन-कौन शामिल है इसको तोड़ना आसान नहीं होगा।
इनका कहना
मैं अभी मीटिंग में हूं मीटिंग खत्म होने के बाद बात करता हूं। डॉ अभिनव शुक्ला ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी मुलताई