मुलताई बोरदेही क्षेत्र में 1 दर्जन से अधिक ग्रामों में आफत की वर्षा हुई बेर और आंवला के आकार के ओले पड़े गेहूं की फसल पूरी तरह से तबाह हो गई । खेतों में बर्फ की चादर बीज गई है ।एक बैल के मौत की खबर है। एक महिला फसल नुकसान होने के सदमे और सर पर ओले की मार लगने से खेत में बेहोश हो गई।
ओलावृष्टि से अनेक कवेलू वाली छत टूट गई। वर्षा के साथ चली आंधी में ग्राम छावला के स्कूल सहित अनेक मकानों के छप्पर उड़ गए। किसान संघर्ष समिति के आमला तहसील अध्यक्ष दिनेश कुमार यदुवंशी ने जानकारी देते हुए बताया कि बोरदेही क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक ग्रामों में दोपहर लगभग 3 बजे आसमान से आफत बरसी जिसने किसानों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया।

आंधी तूफान के साथ लगभग आधा घंटे तक ओलावृष्टि हुई जिनका आकार कहीं बेर और कहीं आवले के आकार का था। ओलावृष्टि के चलते किसानों की फसल पूर्ण तरीका से नष्ट हो गई है। गेहूं की फसल सुख कर खेतों में खड़ी थी ऐसे में ओलावृष्टि से गेहूं पूरी तरह से खेतों में बीछ गया है और गेहूं की खाली बालियां खेतों में खड़ी है।

कई लोगों के घर के छत टूट गई है तो कहीं लोगों की सीट से बने कांप्लेक्स भी टूट गए हैं। ग्राम हर्निया मे ओले सर पर लगने से महिला को चक्कर आ गया यहां आंधी तूफान हरन्या, मालेगांव, बासन्या, डोडावानी ,नरेरा सहित आधा दर्जन से अधिक ग्रामों में भारी नुकसान के समाचार है।
ओलावृष्टि से जाम दही में भारी नुकसान
जमदेही ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम बाराखाड़ी सम्मूढाना में ओलों की बारिश से सबसे अधिक नुकसान हुआ है। दिनेश यदुवंशी ने बताया कि उन्होंने किसानों के खेत में पहुंचकर फसलों की स्थिति और नुकसानी को देखा है किसान सदमे में है ऐसे में शासन प्रशासन को किसान की मदद के लिए आगे आना चाहिए।

ग्राम जमदेहि में 20 से 25 मिनट तक ओले बरसते रहे। इससे गेहूं, चना, गन्ना, सब्जी की फसलें पूरी तरह से तबाह हो गईं हैं। गांव में पेड़ के नीचे बंधे बैल की ओलावृष्टि के कारण मौत हो गई है।