मुलताई- नव दुर्गा उत्सव अब समाप्ति पर है, नगर पालिका ने दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन की अंतिम तिथि 5 अक्टूबर तक रखी है। इस वर्ष दुर्गा विसर्जन को लेकर शासन से मिले आदेश के अनुसार राष्ट्रीय हरित अधिकरण( एनजीटी) की गाइडलाइन के पालन हेतु सीधे बांध में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन पर प्रतिबंध लगाया गया था
जिसके चलते नगर पालिका ने बुका खेडी बांध के समीप कुंड बनाकर प्रतिमा विसर्जन की व्यवस्था की है जिसमें दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के तीसरे दिन तक 126 प्रतिमाओं का विसर्जन बुका खेड़ी बांध के समीप बने गए कुंड में हो चुका है।नगर के अनेक दुर्गा उत्सव मंडल में भंडारा प्रसादी के बाद विसर्जन किया जा रहा है, अब तक क्षेत्र की छोटी बड़ी लगभग 126 प्रतिमाओं का विसर्जन हो चुका है और एक अनुमान के आधार पर 40 से अधिक प्रतिमाओं का विसर्जन रविवार के दिन तक, होना है। दुर्गा विसर्जन को देखते हुए बुकाखेड़ी बांध पर मूर्ति विसर्जन के लिए ,व्यापक प्रशासनिक इंतजाम किए गए हैं ।
ताप्ती एवं शनि सरोवर में भी बनाए गए हैं दुर्गा विसर्जन कार्याल
बुकाखेड़ी बांध पर नगर पालिका द्वारा किए गए विसर्जन रजिस्ट्रेशन के अनुसार समाचार लिखे जाने तक 126 छोटी बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा चुका था। सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से ताप्ती सरोवर, शनि सरोवर एवं बुका खेड़ी बांध पर नगरपालिका कर्मचारी एवं पुलिस कर्मी तैनात किए गए है। ताप्ती सरोवर एवं छोटे तालाब के जल शुद्धीकरण को देखते हुए, सभी प्रतिमाओं के विसर्जन की व्यवस्था नगर प्रशासन द्वारा बुकाखेड़ी बांध में की गई है। किंतु छोटे तालाब एवं ताप्ती सरोवर लाइब्रेरी के पास, नगर पालिका के कार्यालय बनाया गया है जो लोग अपनी प्रतिमाओं को बुकाखड़े नहीं पहुंचा सकते वह नगरपालिका कर्मचारियों को सौंप देते हैं, नगर पालिका इन प्रतिमाओं को अपने साधनों से बुकाखेड़ी पहुंचा रहे हैं, जहां पूरे धार्मिक विधि विधान के साथ इन प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा है।

दुर्गा विसर्जन में जुटे हैं 65 से अधिक नपा कर्मचारी
नगर पालिका लोक निर्माण विभाग एवं राजस्व अमले द्वारा दुर्गा विसर्जन को लेकर व्यापक इंतजाम किए गए हैं। संपूर्ण नगर में 40 से अधिक नगर पालिका कर्मचारी दुर्गा विसर्जन की व्यवस्था संभाल रहे हैं। गोताखोर निकेश कुरमाडे ने बताया कि रात और दिन मिलकर कल 20 गोताखोर लगाए गए हैं। नगर पालिका ने रात में भी व्यवस्थित विसर्जन हो सके इसके लिए पर्याप्त लाइटिंग व्यवस्था की है। इसके साथ ही जनरेटर की व्यवस्था भी की गई है।

बड़ी प्रतिमाओं के लिए हाइड्रोजन क्रेन की व्यवस्था
बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन में दिक्कत ना हो इसके लिए, हाइड्रोजन क्रेन भी रखी गई है। दुर्गा विसर्जन प्रशिक्षित गोताखोरों के द्वारा किया जा रहा है । इसके अलावा लोक निर्माण विभाग एवं पुलिस विभाग के एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी विसर्जन स्थल पर तैनात किए गए हैं।