मुलताई- । आज के समय में जहां थोड़े से पैसे के लिए लोग कुछ भी कर गुजरते हैं वहीं विवेकानंद वार्ड की एक गरीब महिला ने पोस्ट ऑफिसर की की गलती से ज्यादा मिल गया 10 हजार रुपए दूसरे दिन पोस्ट ऑफिस जाकर वापस लौटाए
इमानदारी की मिसाल कायम की।नगर के विवेकानंद वार्ड निवासी संगीता पति संजय बारस्कर ने बताया कि वे गुरुवार पोस्ट ऑफिस में अपने खाते से रुपए निकालने के लिए पहुंची थी। जहां पर उन्होंने 10 हजार का विड्रोल भरकर दिया। लेकिन पोस्टल असिस्टेंट सुरेश पठाडे द्वारा गलती से 100 की नोटों वाली गाड़ी देने के बजाय 200 के नोटों वाली गड्डी कुल 20 हजार रूपए दे दिए थे। इधर शाम को जब पोस्ट ऑफिस में क्लोजिंग हुई तब रूपए कम पड़ने पर हड़कंप मच गया।

दिन भर हुए लेनदेन को खंगाला गया। एक-एक कर सभी ग्राहकों से संपर्क किया गया। लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल पाई तो इसी दिन विड्रोल करने वाले एक अन्य व्यक्ति जोकि पोस्टल असिस्टेंट का रिश्तेदार था उससे पैसे उधार लेकर पोस्ट ऑफिस में जमा किए इस प्रकार क्लोजिंग हो पाई। उसी दिन शाम संगीता ने पैसों की जरूरत पड़ने पर मजदूरों को पैसे देने के लिए निकालें तब पता चला कि उन्हें 10 हजार रूपए अतिरिक्त आ गए हैं।

जिसकी सूचना उन्होंने तत्काल एजेंट को दी। शनिवार अपने पुत्र गगन बारस्कर और ताप्ती ब्रिगेड के युवाओं के साथ पोस्ट ऑफिस पहुंचकर अतिरिक्त रूपए वापस लौटाए। पोस्टल असिस्टेंट सुरेश पठाडे द्वारा बताया गया कि भूलवश उन्होंने ज्यादा रूपए दे दिए थे। संगीता बाई ने पैसा लौटा कर, ईमानदारी की मिशाल पेश की है क्योंकि वह खुद भी एक गरीब परिवार की महिला है और 10 हजार रुपए उक्त महिला के लिए बहुत मायने रखते हैं। उनके द्वारा पैसे लौटाने की चर्चा पूरे नगर में आग की तरह फैल गई और समस्त नगर वासियों ने उनकी ईमानदारी को सलाम करते हुए उनकी प्रशंसा की।