उधारी के पैसों के लिए हुई थी महिलावाड़ी मे विजय की हत्या, पुलिस ने किया अंधे कत्ल का खुलासा

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मुलताई-दुनावा पुलिस चौकी के ग्राम महिलावाड़ी के खेत के मकान मे गत दिनों विजय पिता बालमुकंद बुआड़े उम्र 42 साल नि. महिलावाड़ी का शव संदिग्ध अवस्था मे मिला था।

पुलिस ने इस अंधे कत्ल का पर्दाफाश करते हुए बताया कि मृतक विजय की हत्या मात्र 4 हजार की उधारी की राशि के लिए ग्राम के ही 24 वर्षी युवक द्वारा किया की गई थी । उक्त मामले में पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रार्थीया मृतक की मां पूरना बाई बुआड़े नि. महिलावाड़ी की रिपोर्ट पर मर्ग पंजीबध्द कर जांच पश्चात्‌ मृतक का गला घोटकर हत्या करना पाया जाने से अपराध क्रमांक 030/22 धारा 302 भादवि, का अज्ञात आरोपी के विरुध्द पंजीबध्द कर विवेचना मे लिया गया था।घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधी क्षक महोदय बैतूल सुश्री सिमाला प्रसाद , व अनविभागीय अधिकारी (पुलिस) मलताई सुश्री नप्रता सोधिया द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर घटना स्थल पर उपस्थित भौतिक साक्ष्यों के आधार पर निर्देशन व मार्गदर्शन में अंधे कत्ल के अज्ञात आरोपी की तलाश पतारसी हेतु पुलिस टीम गठित कर पुलिस टीम द्वारा तलाश पतारसी प्रारंभ की गई थी।

मृतक ने पैसों के लिए आरोपी की दादी से की थी गलत बात

टीम द्वारा प्रकरण की निरंतर विवेचना, वरिष्ठ अधिकारियों अति.पुलिस अधीक्षक नीरज सोनी के मार्गदर्शन एवं तकनीकी संसाधनों का उपयोग कर विवेचना के दौरान यह तथ्य सामने आया कि विजेन्द्र उर्फ अम्बू पिता शिवकिशोर बुआड़े उम्र24 साल नि. महिलावाड़ी से मृतक विजय ने घटना के कुछ समय पहले 3 – 4 हजार रुपये उधार लिये थे जो मृतक विजय ने वापस नहीं किये थे। एक माह पहले विजेन्द्र उर्फ अंवू की दादी समन वाई को मृतक विजय बआड़े ने शराब के नशे मे गलत बाते कहीं थी जिसके कारण विजेन्द्र उर्फ अंब्‌ व मृतक विजय वुआड़े के बीच फोन पर झगडा वाद विवाद हआ था। जिसके कारण विजेन्द्र उर्फ अंवू ने रंजिश रखते हये मौका पाकर दिनांक 25.09.22 की दरम्यानी रात में मृतक विजय वुआड़े के खेत मे बने सूने मकान मे जाकर नायलान की रस्सी से सोते समय उसकी गला दवाकर हत्या कर दी थी। आरोपी विजेन्द्र उर्फ अम्बू पिता शिवकिशोर वुआड़े उम्र 24 साल नि. महिलावाड़ी को मुलताई पुलिस ने संदेह के आधार पर अभिरक्षा मे लेकर पछताछ किया जिसने अपना जुर्म स्वीकार करने पर गिरफ्तार किया जाकर आरोपी को माननीय न्यायालय में पेश किया जा रहा है।

मामले को सुलझाने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका

अंधे कत्ल का खलाशा किये जाने मे थाना प्रभारी निरी. सुनील लाटा, चौकी प्रभारी उप निरी. राकेश सरयाम, सउनि. रणधीर सिंह ठाकुर, प्रआर, 4।। नीलेश सोनी, प्रआर. 484 दिनेश बरडे, आर. 603 विनोद, ।8 विवेक चौरे, सैनिक 96 हजारी सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस के अतिरिक्त सायवर सेल प्रभारी उनि. राजेन्द्र राजवंशी एवं आर. राजेन्द्र धाड़से द्वारा तकनीकी संसाधनों के माध्यम से समय पर जानकारी उपलब्ध कराया गया जिनकी भूमिका भी सराहनीय रही।

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