अजय टावरे
पांढुरना :- ग्रामपंचायत देवखापा के सरपंच जनिराम गजाम और पंचायत के अनेक सदस्यों आज अपनी ही पंचायत के सचिव रामराव कुमरे पर अपने पद का दुरूपयोग कर पंचायत सदस्यों को विश्वास में न लेकर 2 लाख रू. के आहरण करने और 1 किलो नमकीन का बिल 9 हजार रू. एवं तन नाशक मिरा 71 के 3 पैकेट का बिल 32 हजार रू. निकालकर भारी आर्थिक भ्रष्टाचार किए जाने का आरोप लगाया है।
ग्रामीणों ने इस आशय की शिकायत एस.डी.एम. आर. आर. पांडे और जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ललित चौधरी से कर सख्त कार्यवाही की मांग की है।
अन्य शिकायतकर्ताओं में पंच पुरूषोत्तम झलके, पंच चंद्रा मरसकोले, पंच करिश्मा पंदरे, पंच निर्मला तुमडाम, पंच संदीप उईके, पंच अरूण कडवे पूर्व उपसरपंच सूर्यभान दौलत तुमडाम मंगला झबडे, हिरालाल भोयर, नामदेव झलके, नरेंद्र बोंदरे, संदीप भोयर, ज्ञानेश्वर गजभिए, भागवत झलके एवं पंच देविदास वरखडे शामिल है।

उकत शिकायत के अनुसार पिछले एक वर्ष से इस पंचायत में पदस्थ सचिव रामराव कुमरे ने अब तक एक भी ग्रामसभा का आयोजन नहीं किया। शिकायत के अनुसार लगभग एक माह पूर्व इस सचिव ने पंचायत निधि में से करीब 2 लाख रूपए की राशि का फर्जी प्रस्ताव एवं बिल लगाकर राशि आहरित कर ली। सचिव ने बीते दिनों पंचायत के नवनिर्वाचित ग्रामपंचायत सदस्यों एवं सरपंच की बैठक बुलायी थी। इस बैठक में अतिथियों के लिए मात्र 1 किलो नमकीन लाया गया। इस 1 किलो नमकीन का सचिव ने 9 हजार रू. का बिल लगाकर राशि आहरित किए जाने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है। इसी प्रकार तन नाशक मीरा 71 के ग्राम देवखापा में 10 एवं आजगांव में 10 पैकेट पंचायत के माध्यम से दिए गए थे। इन 20 पैकेटों के लिए सचिव ने 32 हजार रू. का बिल प्रस्तुत कर राशि आहरित कर ली है। सचिव एसडीएम और जनपद के मुख्यकार्यपालन अधिकारी, सरपंच, पंच एवं ग्रामीणों को ठेंगे पर रखकर अपनी मनमर्जी से पंचायत का संचालन कर रहा है। ग्रामीणों ने जल्द ही प्रकरण की जांच कर सख्त कार्यवाही की मांग की है।