मुलताई- निकटतम ग्राम खम्बारा निवासी 11 वर्षीय नाबालिक लड़की की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुलताई में हुई संदिग्ध मौत का मामला तुल पकड़ता जा रहा है। 11 वर्षीय बालिका रुचि पिता बली पवार, निवासी खंबारा का दस्त की शिकायत होने पर स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराया गया था
इसके बाद हालत बिगड़ने पर बालिका को गंभीर अवस्था में मुलताई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां उपचार के दौरान बालिका की मौत हो गई। संदिग्ध अवस्था में बालिका की मौत के बावजूद बगैर शव परीक्षण के बालिका का शव परिजन घर ले गए। बीएमओ डॉक्टर पंचम ने कहा परिजन पोस्टमार्टम नहीं करना चाहते थे इसलिए शव ले गए किंतु बाद में पुलिस ने परिजनों को समझा कर आज बालिका का शव घर से लाकर अस्पताल में शव परीक्षण कराया।मृतक के परिजनों ने बालिका की मौत को लेकर स्थानीय झोलाछाप बंगाली डॉक्टर पर गलत इलाज और समय पर रिफर न करने का आरोप लगाया है।
बालिका के परिजनों उक्त डाक्टर पर कार्रवाई के संबंध में ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी को एक पत्र भी सौपा है। वहीं दूसरी ओर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गंभीर अवस्था में लाई गई नाबालिक लड़की के उपचार का हर संभव प्रयास तो किया गया किंतु मौत के बाद प्रशासनिक कार्रवाई में स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों का रवैया चर्चा का विषय बना हुआ है। बालिका की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के दौरान साम 5 से 6 बजे के बीच मौत हो चुकी थी और बालिका के परिजन बालिका का शव स्वास्थ्य केंद्र से बगैर पोस्टमार्टम कराए अपने घर ले जा चुके थे ।इसके बाद थाना मुलताई में तहरीर भेजी गई जिसकी पुष्टि थाना प्रभारी ने की है।

मां ने कहा बंगाली डॉक्टर के इलाज से बिगड़ी लड़की की हालत
मृतक रुचि की मां कविता बाई ने बताया कि रुचि को तीन दिन से दस्त लगे थे जिसका इलाज मुलताई के एक बंगाली डॉक्टर से करा रहे थे। बंगाली डॉक्टर ने लड़की को दवाई गोली देकर इंजेक्शन लगाया किंतु लड़की ठीक होने के बजाय हालात और बिगड़ गए जिसको लेकर आज हम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे थे जहां इलाज के दौरान लड़की की मौत हो गई।

गली गली फैल रहा है झोलाछाप डॉक्टरों का जाल
मुलताई क्षेत्र में यह पहला मामला नहीं है जब किसी झोलाछाप डॉक्टर पर गलत इलाज के आरोप लग रहे हो मुलताई नगर में दर्जनो झोलाछाप अवैध क्लिनिक संचालित कर रहे हैं। और संपूर्ण क्षेत्र में इनकी संख्या सैकड़ो में है जो लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं किंतु बड़ा प्रश्न है कि क्या यह प्रशासन की जानकारी के बगैर हो रहा है नहीं तो कौन है जो इन्हें संरक्षण देता है । आए दिन गलत इलाज के मामले सामने आते हैं अब तक ना तो कोई ठोस कार्रवाई हो पाई है और ना ही लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ का यह सिलसिला धीमा हुआ है। क्या मासूम की मौत के बाद प्रशासन नींद से जागेगा ।

इनका कहना

बच्ची को गंभीर अवस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था गंभीर डिहाइड्रेशन था, उसका बीपी और पल्स नहीं मिल रही थी। शाम करीब 6.30 बजे कोशिशों के बावजूद बच्ची ने दम तोड़ दिया। अगर यह गलत इलाज का मामला है तो जांच का विषय है वह संपूर्ण मामले की जांच के लिए सीएमएचओ को पत्र लिखेंगे।
डॉक्टर पंचम सिंह ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी मुलताई

हमको सीएससी मुलताई से बच्ची का शव स्वास्थ्य केंद्र से घर ले जाए जाने के बाद तहरीर प्राप्त हुई थी। हमने परिजन से शव प्राप्त कर परीक्षण कराया है इस संबंध में हमने मगृ कायम कर जांच प्रारंभ कर दी है जाचं के बाद जो भी वैधानिक कार्रवाई होगी की जाएगी।
देवकरण डहेरिया थाना प्रभारी मुलताई