मुलताई- नगरपालिका की राजनीतिक फिजाओं ने फिर अंगड़ाई ली है नगर पालिका मे लंबे समय से चल रही रस्साकशी पर विराम लगाते हुए नगर पालिका अध्यक्ष नीतू प्रह्लाद परमार ने आखिरकार भाजपा से अपना वर्षों का रिश्ता तोड़ कर कांग्रेस का दामन थाम लिया ।
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष किशोर सिंह परिहार ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि विधायक सुखदेव पांसे के नेतृत्व में नीतू प्रह्लाद परमार ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निवास पर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली और उनके साथ सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। नीतू परिवार के साथ जिन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है उनमें भीम सिंह चंदेल, बसपा के डॉ हेमंत वाईकर, निरजा लोधी, सुनील महाराज ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया है।

किशोर सिंह परिहार को मिली ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की पुनः बागडोर कांग्रेस के लिए शुभ संकेत लेकर आई है। भाजपा को कांग्रेसी के सदस्यता समारोह में मुलताई नगर के अनेक वरिष्ठ कांग्रेसी भी शामिल हुए जिसमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य संजय यादव, कमल सोनी, राजरानी परिहार युवा कांग्रेस नेता सुमित शिवहरे आदि। हाल ही में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष पद पर किशोर सिंह परिहार की पुनः नियुक्ति हुई है और यह घटनाक्रम ब्लॉक कांग्रेस कमेटी को पहली उपलब्धि कहा जा सकता है।

लंबे समय से नगर पालिका में रस्साकशी का माहौल था कांग्रेस समर्थन से नगर पालिका परिषद में अध्यक्ष बनी नीतू परमार अध्यक्ष बनने के बाद फिर भी अपने आप को भाजपा अध्यक्ष बताती रही किंतु इसके विपरीत भाजपा का एक धड़ा उन्हें भाजपाई मानने को तैयार नहीं था भाजपा ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित भी कर दिया था किंतु वैचारिक रूप से भाजपाई नीतू प्रह्लाद परमार हमेशा अपने आप को भाजपा अध्यक्ष बताती रही

और भाजपा उन्हें स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थी और वह कांग्रेस में थी नहीं इसको लेकर के राजनीतिक हल्के में और नगर में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी आखिरकार उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया और अब यह कहा जा सकता है कि कांग्रेस ने मुलताई नगर पालिका के रूप में अपनी हारी हुई बाजी जीत ली। यहां बता दें कि 15 पार्षद वाली नगरपालिका मुलताई में भाजपा के 9 ,कांग्रेस के 6 पार्षदों ने अपनी जीत दर्ज की थी भाजपा की ओर से वर्षा गडेकर को नगर पालिका अध्यक्ष उम्मीदवार बनाया गया था।

और यह माना जा रहा था कि भाजपा का अध्यक्ष बनना तय है किंतु जैसा कि मुलताई नगर की राजनीति के संबंध में कहा जाता है कि यहां कभी भी कुछ भी हो सकता है और आखिरकार वही हुआ 9 पार्षदों वाली भाजपा को मात्र 6 वोट प्राप्त हुए और कांग्रेस समर्थन से भाजपा पार्षद नीतू प्रह्लाद परमार ने 9 मत प्राप्त कर अध्यक्ष बन गई। तब से लेकर अब तक कांग्रेस भाजपा मे चुनावी रस्साकशी समाप्त होने का नाम नहीं ले रही थी किंतु हां अब नगर पालिका की राजनीति का 1 अध्याय समाप्त हो गया और दूसरे अध्याय का इंतजार संपूर्ण नगर को है ।