मुलताई- जिला बनाओ संघर्ष समिति ने शहिद किसान स्तंभ के सामने पुतला रखकर उस पर लिख रहा है पहचानो कौन..?
समिति के सदस्यों का कहना है कि यह पुतला उस व्यक्ति का है जो मुलताई को जिला नहीं बनने देना चाहता इसलिए ऐसे पुतले क्षेत्र के अनेक स्थानों पर रखे जा रहा है समिति का कहना है कि हमने इस पर नाम नहीं लिखा है यह कौन है यह पहचाना जनता को है जिस दिन इसकी पहचान हो जाएगी इसके सामने नाम लिखकर के संपूर्ण क्षेत्र में यह पुतला जलाया जाएगा।

मुलतापी को जिला बनाए जाने के लिए चल रहे चरणबद्ध आंदोलन के एक माह बितने के बाद भी कोई ठोस निर्णय नहीं निकल पाया है और अब जबकि आचार संहिता लगने को चंद दिन बचे हैं संघर्ष समिति की बेचैनी बढ़ते जा रही है और आंदोलन को नया रूप देने की कवायत प्रारंभ हो गई है। अब इस आंदोलन को वार्ड और ग्रामों की ओर ले जाने का मन बनाया जा रहा है। आंदोलन कर रहे लोगों ने मंच के सामने शनिवार एक पुतला बनाकर रख दिया और उस पर लिख दिया “पहचान कौन”।

इस संबंध में संघर्ष समिति के संदीप कॉमडी, हनी सरदार, लोकेश यादव, रोबिन सिंह परिहार, सुभम पंडाग्रे, महावीर पवार, गोल्डी अग्रवाल, टीकाराम मंडले आदि ने बताया कि मुलताई को जिला बनाए जाने की मांग विगत कई वर्षों से की जा रही है, लेकिन मुलतापी को जिला बनाने के लिए बाधक कौन है और कौन लोग नहीं चाहते कि मुलताई जिला बने। उन लोगों की पहचान करने के लिए इस अहंकार रूपी पुतले को मंच के सामने रखा गया है।

विधानसभा के प्रत्येक गांव में रखा जाएगा पुतला, पूछा जाएगा “पहचान कौन”
जिला बनाओ संघर्ष समिति के सदस्यो ने बताया की मुलताई विधानसभा के प्रत्येक गांव में संघर्ष समिति द्वारा इसी तरह के पुतले रखकर लोगों से जवाब मांगा जाएगा और जिला न बनने देने के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान सार्वजनिक की जाएगी। इसके बाद इन पुतलों को फूंक दिया जाएगा। इस तरह से पूरे क्षेत्र में मुलतापी को जिला बनाने के लिए चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा।