जल कलश पूजन के साथ प्रारंभ हुई ताप्ती संपूर्ण परिक्रमा पद यात्रा,

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धार्मिक रीति रिवाज के साथ जलकलश का पूजन कर परिक्रमा पदयात्रा का श्री गणेश किया।जगह-जगह ताप्ती यात्रियों का भव्य स्वागत किया गया नगर वासियों ने ताप्ती परिक्रमा यात्रियों पर पुष्प वर्षा की, घरों के सामने रंगोली डाली गई, घरों के सामने स्वागत द्वार सजाए गए। ताप्ती परिक्रमा यात्रा का प्रथम पड़ाव मेरी माता मंदिर पर सभी ताप्ती यात्रियों का भाव स्वागत किया गया।

इस अवसर पर परिक्रमा यात्रा में शामिल लोगों ने बताया कि संपूर्ण प्रति परिक्रमा यात्रा का उद्देश्य माताप्ती का संदेश लोगों तक पहुंचना है और ताप्ती के प्रति लोगों में जागृति पैदा करना है ताप्ती यात्रा के माध्यम से मां ताप्ती की कृति जन-जन तक पहुंची है और बड़ी संख्या में लोग इस पदयात्रा से जुड़ रहे हैं

यह संपूर्ण ताप्ती परिक्रमा यात्रा तीन प्रदेशों को सुख और समृद्धि का वरदान देने वाली मा ताप्ती उद्गम स्थल से निकालकर मध्य प्रदेश महाराष्ट्र एवं गुजरात ताप्ती से समुद्र संगम स्थल सूरत तक कूल 1800 किलोमीटर का पैदल सफल 64 दिन में पूर्ण करेंगी। परिक्रमा पदयात्रा के संयोजक राजू पाटनकर ने बताया कि इस वर्ष ताप्ती यात्रा दक्षिण तट से नदी के समीप पदयात्रा करते हुए सूरत समुंद्र संगम डूम्मस तक पहुंचकर वापस हजीरा से प्रारंभ होकर 5 मार्च को मुलताई उद्गम स्थल पर पहुंच कर सम्पूर्ण परिक्रमा पदयात्रा का समापन होगा।

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