संजय द्विवेदी बैतूल
बैतूल- चिचोली क्षेत्र के चिरापाटला में सड़क बनाने वाले हरदा के ठेकेदार की कंपनी, एनजीटी की रोक के बावजूद रेत का अवैध खनन कर न सिर्फ सड़क बनाने में इसका उपयोग कर रही, बल्कि रेत का स्टॉक भी डम्प कर रही है। इन स्थानीय रेत माफियोंं के पास इसकी कोई रॉयल्टी भी नहीं है।
स्थानीय संवाददाता ने जब वहां के ग्रामीणों से इस संबंध में बात की, तो उन्होंने बताया कि हरदा-इंदौर हाईवे से चिरापाटला में अंदर की ओर बनाई जा रही सीसी रोड पर बल्हौर, निमिया क्षैत्र के नदी नालों से अवैध खनन कर निकाली जा रही रेत का बेजा इस्तेमाल सड़क बनाने हेतु किया जा रहा है।
चिचोली क्षेत्र के बल्हौर, निमिया गांव से होते हुए यह रेत ट्रैक्टर द्वारा चिरापाटला पहुंचाकर इसका इस्तेमाल सड़क बनाने में किया जा रहा है। इस संबंध में जब जिले के रेत ठेकेदार परम डिस्ट्रीब्यूटर के प्रबंधक से, एनजीटी की रोक के बावजूद हो रहे अवैध खनन का पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा इन दिनों सिर्फ स्टॉक में रखी हुई रेत को ही बेचा जा रहा है।
जिले के चिचोली क्षेत्र के चिरापाटला में और सारणी के चौपना बेल्ट में स्थानीय रेत माफिया द्वारा अवैध खनन कर चोरी से नदी-नालों से रेत निकालकर क्षेत्रीय ट्रैक्टरों के माध्यम से अवैध रूप से यह रेत बेची जा रही है। हमने इस अवैध खनन की शिकायत जिला खनिज अधिकारी एवं स्थानीय पुलिस प्रशासन से भी की है।
इनका कहना है—
– इस मामले की शिकायत आज शाम को ही मेरे पास आई है। मैं कल स्पॉट पर जाकर निरीक्षण कर इसकी विस्तृत जांच करवाता हूं।
– मनीष पालेवार, जिला खनिज अधिकारी बैतूल
