करंट लगाकर जंगली सूअर की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में किया पेश,
मुलताई- अपने खेत में करंट लगाकर जंगली सूअर की हत्या करने के आरोप में वन विभाग की टीम ने मुलताई वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम खड़की पांडरी निवासी विद्यानंद वाघमारे को गिरफ्तार कर स्वास्थ्य परीक्षण करा कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया है। वन परिक्षेत्र अधिकारी नितिन पवार ने बताया कि घटना दिसंबर 2024 ग्राम खड़की पांडरी की है जिसमें किसान वाघमारे ने अपने खेत की बाउंड्री में क्लच तार मे बिजली का करंट दौड़ा दिया था
जिससे एक जंगली सूअर की मौत हो गई थी और इसी घटनाक्रम में एक व्यक्ति की भी करंट लगने से मौत हुई थी। व्यक्ति की मौत के मामले में जांच पुलिस ने की थी और आरोपी पर अपराधिक मामला दर्ज कर न्यायालय में प्रस्तुत किया था व्यक्ति की मौत के मामले में आरोपी जमानत पर रिहा है। इधर मुलताई वन विभाग की टीम ने जंगली सूअर की मौत की जांच प्रारंभ की वन विभाग की टीम को घटनास्थल से जंगली सूअर का कंकाल एवं बाल बरामद हुए थे जिसे वन विभाग ने परीक्षण हेतु वन प्राणी विशेषज्ञ कार्यशाला जबलपुर भेजा था।

वन प्राणी विशेषज्ञ कार्यशाला जबलपुर भेजा गया था कंकाल
जबलपुर प्रयोगशाला से मुलताई वन विभाग को 8 जून को रिपोर्ट प्राप्त हुई जिसमें किसान के खेत से बरामद कंकाल एवं बाल जंगली सूअर के होने की पुष्टि हुई। जांच रिपोर्ट के आधार पर मुलताई वन विभाग ने वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत संरक्षित वन्य प्राणी जंगली सूअर के हत्या के मामले में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9 और 51 के तहत मामला दर्ज किया ।यह धारा नॉन बेलेबल है और आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय के सपूरत किया गया । जंगली सूअर की मौत के मामले में वन परिक्षेत्र अधिकारी नितिन पवार के नेतृत्व में वन विभाग की टीम का गठन किया गया था जिसमें परिक्षेत्र सहायक पट्टन अनिल पाटिल, बिटगार्ड योगेश चौहान, संतोष उइके, आजम खान की भूमिका सराहनीय रही।

मुलताई पट्टन क्षेत्र में बढ़ रहा है जंगली सुअरों का आतंक
मुलताई पट्टन, बीरूल क्षेत्र में जंगली सुरों का आतंक निरंतर बढ़ता जा रहा है और जंगली सूअर किसानों की फसलों को गंभीर नुकसान पहुंचती है। मूलचाई क्षेत्र में इन जंगली सुअरों के आतंक का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि किसानों ने खेतों में मक्का लगाना कम कर दिया है विशेष तौर से बीरूल क्षेत्र में और सालबर्डी से लगे क्षेत्रों में यह स्थिति और भी भयानक हो जाती है।

किसान जब अपने फसलों को बच्चों की तरह पालता है तो फसल नुकसान से बचने के लिए किसी भी हद तक उतर जाता है और इस प्रयास में वह अपराधी बनकर रह जाता है । इन खतरनाक तरीकों में अपने खेतों की बाउंड्री मे करंट दौड़ना भी शामिल है जिसके चलते यहां इस क्षेत्र में आए दिन गंभीर हादसे होते हैं। वन परिक्षेत्र अधिकारी नितिन पवार बताते हैं कि किसान अपनी फसल को नुकसान से बचने के लिए जायज तरीके अपना सकते हैं जिसमें झटका मशीन जैसे अनेक उपाय किए जा सकते हैं और इसके बावजूद भी अगर किसने की फसल को नुकसान होती है तो मुआवजे के प्रकरण बनाए जाते हैं अपने फसल को बचाने के लिए किसान अपराधी ना बने और सही तरीकों का उपयोग करें।
इनका कहना
जंगली सूअर की मौत के मामले में कंकाल की पुष्टि जंगली सूअर के रूप में होने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय के सपुरत किया गया है।
नितिन पवार वन परिक्षेत्र अधिकारी मुलताई