भोपाल – यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की समस्याएं बढ़ती जा रही है किंतु इस समस्याओं के बीच भारतीय युवा संगठित होकर एक दूसरे की मदद के लिए आगे भी आ रहे हैं जिसमें भोपाल मध्य प्रदेश की बेटी आर्या श्रीवास्तव यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए किसी फरिश्ते से कम नहीं।
युद्ध के बीच आर्या डनिप्रो शहर के छात्रों को खाना पहुंचा रही है। यूक्रेन सरकार से इन्हें कोई मदद नहीं मिल रही है, ऐसी परिस्थितियों में इंडियन स्टूडेंट्स ने एक दूसरे की मदद करने के लिए अपना नेटवर्क तैयार किया है। उन्होंने ‘इंडियन स्टूडेंट्स डेनिप्रो’ नाम से दो व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं। इस ग्रुप के एडमिन भोपाल की बेटी आर्य श्रीवास्तव है। आर्या ने दैनिक भास्कर से वीडियो कॉल के जरिए बताया कि अपनी फीस के पैसों का खाने की चीजों के लिए खर्च कर रहे हैं। मार्च में सभी को फीस जमा करनी होती है, इसके लिए लगभग हर स्टूडेंट के पास डेढ़ से दो लाख रुपये है। असल समस्या वे यूक्रेन यंगस्टर। जिन्हें यूक्रेन सरकार ने हथियार थमा दिए हैं, इन लोगों के मन में अब इंडियन स्टूडेंट के लिए गुस्सा पनप रहा है।

आर्या ने बताया कि शाम 6:00 बजे के बाद कोई भी इंडियन स्टूडेंट बाहर नहीं निकल सकता है, सायरन बजते ही सड़क पर सन्नाटा पसर जाता है। आर्या पिछले 2 महीने से फिजियोथैरेपी का कोर्स करने डेनिप्रो गई थी, वहां उनके भाई भी 4 साल से पढ़ाई कर रहे थे। बताया जा रहा है कि डेनिप्रो में करीब 500 स्टूडेंट्स फंसे हैं, जिनमें मध्य प्रदेश के 20-25 स्टूडेंट्स है। पहले तो खाने-पीने का इंतजाम था लेकिन 4 दिन पहले समस्या शुरू हुई, खाने का स्टॉक खत्म होने लगा। ऐसे में स्टूडेंट्स ने तैयारी की। उन 20 छात्रों की लिस्ट बनाई जिनके पास कार है, दिन में कारों से अलग-अलग सुपर मार्केट से सामान खरीद लाते हैं। करीब 10 किचन में खाना बनाया जा रहा है। और व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए पता किया जाता है, कि कहां खाना कम है कहां इनकी जरूरत है तो वहां टीम शाम से पहले खाना पहुंचा देती है।