भारत में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या आधिकारिक आंकड़ों की तुलना में 6 से 8 गुना अधिक है। कोलकाता से निकलने वाले अंग्रेजी अखबार द टेलीग्राफ इस खबर को प्रमुखता से छापा गया है। शोध में कहा गया है कि मौत के आंकड़ों की संख्या कम गिन कर कोरोना की दूसरी लहर के भयंकर प्रभाव को कम करके पेश किया गया है। इस अध्ययन में कहा गया है कि नवंबर 2021 के शुरुआत तक 30.2 लाख से 30.7 लाख लोगों की मौत कोविड से हुई थी जबकि सरकारी आंकड़ों में मरने वालों की संख्या लगभग 4 लाख 6 हजार थी। भारत की कोविड से होने वाली मृत्यु दर दुनिया के मुकाबले अपेक्षाकृत कम है सरकारी गिनती के मुताबिक प्रति 1,000 जनसंख्या में कोविड मृत्यु दर 0.3% है वही दुनिया का औसत 0.6 प्रसिद्ध प्रतिशत है। अध्ययन मे सामने आने वाली संख्या 30.2 लाख से लेकर 30.7 लाख तक सही साबित होती है तो भारत की मृत्यु दर 2.3 से 2.6 तक हो जाएंगी जो वैश्विक औसत 0.6 से लगभग 4 गुना ज्यादा होंगी। अब तक अमेरिका में कोरोना संक्रमण से आठ लाख और ब्राजील में छह लाख से ज्यादा मौत हुई है और यह देश दुनिया में सबसे आगे है यदि अध्ययन का या अनुमान सही होता है तो भारत सबसे अधिक मृत्यु वाला देश बन जाएगा। अखबार से बात करते हुए स्वास्थ्य के जानकारों ने कहा कि इस तरह के अध्ययन जिन्हें अलग-अलग डेटाबेस का विश्लेषणात्मक अध्ययन किया गया है और जिन में मौतों की संख्या को कम गिरने और केंद्र के आंकड़े को चुनौती देने की जो बात सामने आ रही है वह परेशान करने वाली है।