मुलताई- आजादी के 75 वर्षों बाद भी हमारे ग्रामीण विकास के दावे कितने खोखले हैं इसका उदाहरण है, दुनावा से हरदौली मार्ग इस मार्ग पर ग्राम काठी से ग्राम हरदोली तक लगभग 6 किलोमीटर का सफर तय करना किसी चुनौती से कम नहीं
किंतु इन सब के बावजूद भी ग्रामीण प्रतिदिन जान जोखिम में डालकर इस दलदल भरे रास्ते को पार करते हैं और अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं । योगेश पन्द्राम बताते हैं कि, ग्राम दुनावा, काठी, हरदौली प्रमुख मार्ग जोकि मुलताई विधानसभा को आमला विधानसभा से जोड़ता है एक महत्वपूर्ण मार्ग है।

ग्राम दुनावा से निकलकर यह मार्ग ग्राम लीलाझर, काठी,जेताढ़ाना होते हुए बोरदेही, मोरखा क्षेत्र से जुड़ता है, किंतु काठी से हरदौली के बीच 6 किलोमीटर का रास्ता दलदल और संकटों से भरा हुआ है। दलदल से भरे इस मार्ग पर दो पहिया एवं चार पहिया वाहन चलाना जान जोखिम में डालने जैसा है

अब तक यहां अनेकों दुर्घटनाएं हो चुकी है, अनेक ग्रामीणों को इस मार्ग पर चलने का गंभीर खामियाजा दुर्घटनाग्रस्त होकर भुगतना पड़ा है। किंतु इसके बावजूद भी इस मार्ग पर चलना ग्रामीणों की मजबूरी है, क्योंकि 10 से अधिक ग्रामों को दुनावा मुख्य मार्ग से जोड़ने वाला यह एकमात्र मार्ग है। काठी निवासी अनिल कौड़ती, कमलेश पवार, सुनील नानकर, बताते हैं कि
ग्राम लीलाधर, हरदौली, जेताढाना, सहित आधा दर्जन से अधिक ग्रामों के युवक-युवतियों को प्रतिदिन अपने पढ़ाई के लिए दुनावा एवं मुलताई आना पड़ता है और इस मार्ग से होकर गुजर ना उनकी मजबूरी है अनेकों बार इस मार्ग को पार करते करते पूरे कपड़े कीचड़ में बर्बाद हो जाते हैं दो पहिया वाहन के चकों में कीचड़ इस कदर भर जाता है कि मोटरसाइकिल को दो कदम आगे बढ़ाना भी कठिन हो जाता है।

क्षेत्र के 1 दर्जन से भी अधिक ग्राम के ग्रामीणों के लिए दुनावा बाजार एक महत्वपूर्ण बाजार होता है जहां प्रति सप्ताह ग्रामीण अपनी उपज आवश्यकता की सामग्री खरीदने दुनावा बाजार में आना पड़ता है। पिंटू खस्ताहाल मार्ग की कारण वर्षा काल ग्रामीण दुनावा बाजार तक में आने से कतराने लगे है। ग्रामीण बताते हैं कि उक्त मार्ग निर्माण को लेकर अब तक आने को आवेदन किए जा चुके हैं

जनप्रतिनिधियों को भी इस मार्ग की समस्याओं से अवगत कराया जा चुका है किंतु उसके बावजूद भी आप तक कोई हल नहीं निकला नेता चुनाव के समय आते हैं आश्वासन देते हैं किंतु बदहाल सड़क वैसे ही रहती है वर्षा काल प्रारंभ होते ही इस मार्ग पर ग्रामीणों का चलना दूभर हो जाता है और मार्ग की अनेक चुनौतियों को पार कर अपनी आवश्यक कार्य निपटाने के लिए ग्रामीणों का इस मार्ग पर चलना मजबूरी और नसीब बनकर रह गया है।
इनका कहना
सड़क पीडब्ल्यूडी की है ग्राम पंचायत काठी ने इसके सुधार के प्रयास किए थे किंतु हालत बहुत खराब है ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है यह सही है लेकिन पंचायत बहुत ज्यादा कुछ नहीं कर सकती।
बंगाली कालभोर
सचिव ग्राम पंचायत काठी
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