पांढुर्णा से अजय टावरे
पांढुरना- पांढुरना में प्रतिवर्ष, पोला पर्व के दूसरे दिन खेल जाने वाली विश्व प्रसिद्ध गोटमार इस वर्ष भी परंपरागत रूप से प्रारंभ हुई, मेले का प्रारंभ आज सुबह पांढुर्णा सावरगांव के मध्य से गुजरने वाली जाम नदी के मध्य में पलास वृक्ष का ध्वज लगाकर एवं ध्वज की पूजा अर्चना के साथ किया गया।
गोटमार मेले को लेकर इस वर्ष भी ,नागरिकों में भारी उत्साह देखा गया । गोटमार के चलते हुई पत्थरबाजी में खबर लिखे जाने तक 3:00 बजे तक 200 लोगों के घायल होने की खबर है किंतु कुल कितने लोग जख्मी हुए हैं इसकी ठीक-ठाक जानकारी गोटमार समाप्ति के बाद लग सकेगी, गोटमार मेले को देखते हुए खिलाड़ियों द्वारा नदी के आसपास एवं मार्ग पर बड़ी मात्रा में पत्थर इकट्ठा किए गए हैं यह पत्थर जमा करने का सिलसिला बीते 2 दिन से जारी था विश्व प्रसिद्ध

गोटमार मेला विश्व में अपने आप में अनोखा मेला माना जाता है, जहां नदी के मध्य स्थित ध्वज को एक पक्ष उतार कर ले जाने का प्रयास करता है ,जिसे दूसरा पक्ष पत्थरबाजी कर रोकता है, इसमे प्रतिवर्ष अनेक लोग जख्मी भी होते हैं किंतु इस गोटमार से चंडी माता मंदिर की अनेक धार्मिक मान्यताएं भी जुड़ी हुई है।

पुलिस छावनी में तब्दील हुआ पांढुरना
इधर गोटमार मेले को लेकर प्रशासन सतर्क मोड में है, संपूर्ण पांढुरना नगर पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है, भारी पुलिस बल की तैनाती मैं उल्लेखनीय पहलू यह भी है कि प्रशासन संपूर्ण मामले पर नजर बनाए हुए हैं और मेले आयोजन में किसी प्रकार का कोई हस्तक्षेप नहीं कर रहा है प्रशासनिक अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार संपूर्ण मेला क्षेत्र में व्यवस्था बनाए जाने को लेकर

नगर में 650 का पुलिस बल तैनात किया गया है, मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक स्वयं स्थिति का जायजा ले रहे हैं इसके अलावा 3 जिलों प्रशासनिक अधिकारियों को पांढुर्णा मेले के लिए तैनात किया गया है जिसमें
3 एडिशनल एसपी, 7 एसडीएम, 9 तहसीलदार, 20 टीआई, 10 एसडीओपी सहित जिले का स्वास्थ बल मौजूद है जो स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
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